पात्रा चॉल घोटाला मामले में ईडी की पूछताछ में शामिल नहीं होंगे संजय राउत
नई दिल्ली। शिवसेना नेता संजय राउत को मंगलवार को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की रोकथाम के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होना था, लेकिन संभावना है कि वह पूछताछ में शामिल नहीं होंगे। जांच में शामिल होने से इनकार करते हुए उन्होंने धन शोधन रोधी एजेंसी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी।
सूत्रों के अनुसार, डीएचएफएल-यस बैंक मामले के सिलसिले में आज सुबह पुणे के व्यवसायी अविनाश भोसले को हिरासत में लेने वाली ईडी, राउत से इस मामले में भी पूछताछ करना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि ईडी का पात्रा चॉल मामला भी डीएचएफएल मामले से जुड़ा है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार को राउत को अपना बयान दर्ज कराने के लिए अगले दिन मुंबई कार्यालय में पेश होने को कहा था।
समन मिलने के तुरंत बाद राउत ने ट्विटर पर आरोप लगाया कि केंद्र के निर्देश पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, “मुझे अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे तलब किया है। अच्छा है! महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है। हम, बालासाहेब के शिवसैनिक एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। भले ही आप मेरा सिर कलम दें ,लेकिन मैं गुवाहाटी नहीं जाऊंगा। मुझे गिरफ्तार करो।”
ईडी ने अप्रैल में भूमि घोटाले के सिलसिले में राउत की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने राउत के सहयोगी प्रवीण राउत की 9 करोड़ रुपये की संपत्ति और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। प्रवीण के पास अलीबाग में आठ पार्सल जमीन और वर्षा राउत के नाम पर पंजीकृत एक फ्लैट था, जिसे कुर्क किया गया था। ईडी ने इस मामले में प्रवीण को गिरफ्तार किया था।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, “हमने मामले में एचडीआईएल के प्रवीण, सारंग वधावन और राकेश वधावन और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था।” जांच के दौरान ईडी ने बताया कि प्रवीण ने वर्षा को कथित तौर पर 55 लाख रुपये का भुगतान किया था। यह भुगतान प्रवीण की पत्नी के बैंक खाते से किया गया था।
ईडी ने इस पैसे को अपराध की आय करार दिया था। यह भी आरोप लगाया गया कि संजय राउत की यात्रा का खर्च प्रवीण ने वहन किया, जिसमें उनके होटल में ठहरने और हवाई टिकट शामिल थे।