भारत में कोरोना के मामलों में आई 20% की गिरावट, दिल्ली में लगातार घट रहे केस
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के केस घटने लगे हैं. लगातार चार सप्ताह तक तेजी के बाद, गत रविवार को समाप्त सप्ताह में देश में कोविड-19 मामलों में लगभग 20% की गिरावट आई है. इसकी सबसे बड़ी वजह है दिल्ली-एनसीआर में कोरोना संक्रमण में लगातार गिरावट. भारत में बीते सप्ताह के दौरान (9-15 मई) कोरोना के करीब 18,500 नए मामले दर्ज हुए, वहीं इसके पिछले सप्ताह (2-8 मई) में करीब 23,000 नए कोविड-19 मामले दर्ज हुए थे.
पिछले सप्ताह के मुकाबले इस हफ्ते कोविड मौतों की संख्या में इजाफा हुआ. बीते सप्ताह जहां 20 मौतें हुई थीं, वहीं इस सप्ताह मौतों का आंकड़ा 34 रहा. यह वृद्धि मुख्य रूप से सप्ताह के दौरान राजधानी दिल्ली में 16 कोविड मौतों की रिपोर्ट दर्ज होने के कारण हुई. यह 21-27 फरवरी के बाद से देश की राजधानी में मौतों का सबसे उच्चतम साप्ताहिक आंकड़ा है. वहीं, दिल्ली में 9-15 मई के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के ताजा मामलों में 37% की तेज गिरावट दर्ज की गई.
बीते सप्ताह के दौरान शहर में कोविड-19 के 6,104 ताजा मामले दर्ज किए गए, जो पिछले सप्ताह के 9,694 से कम हैं. क्योंकि एनसीआर में कोविड-19 का प्रकोप कम होता दिख रहा है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश, दो राज्य जहां एनसीआर के अधिकांश शहर स्थित हैं, ने भी संक्रमण में गिरावट दर्ज की. हरियाणा में 9-15 मई के बीच साप्ताहिक मामले 28% गिरकर 2,593 हो गए, जबकि यूपी में इस दौरान 1,351 नए मामले सामने आए, जो पिछले सप्ताह से 23% कम है. ताजा संक्रमणों की संख्या घटने के साथ, देश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले पिछले रविवार 20,400 की तुलना में इस बार घटकर लगभग 17,300 रह गए.
जबकि इन तीन राज्यों में तेज गिरावट ने राष्ट्रीय संख्या को नीचे ला दिया, कई अन्य राज्यों में मामले बढ़ते रहे. महाराष्ट्र में साप्ताहिक संख्या 13% बढ़कर 1,562 हो गई, जबकि केरल ने- जिसका रविवार का डेटा सोमवार को उपलब्ध होगा- इस सप्ताह 3,000 के करीब नए मामले दर्ज किए, जो बीते सप्ताह 2,516 के मुकाबले अधिक है. गुजरात (इस सप्ताह 44% ऊपर), आंध्र प्रदेश (44%), मध्य प्रदेश (31%) और बंगाल (8%) में भी मामले बढ़े, हालांकि इन सभी राज्यों में कुल संक्रमितों की संख्या अब भी काफी कम है. कर्नाटक, तमिलनाडु और राजस्थान उन राज्यों में से थे जहां सप्ताह के दौरान कोरोना मामलों में गिरावट का रुझान रहा.