मध्य प्रदेश में सीएम मोहन कैबिनेट का विस्तार आज, 28 विधायक ले सकते हैं मंत्री पद की शपथ
भोपाल: एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट का आज दोपहर के बाद 3.30 बजे विस्तार होने जा रहा है। सीएम मोहन यादव ने रविवार शाम को नयी दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार अपराह्न साढ़े तीन बजे होगा।’’ बहरहाल, उन्होंने मंत्रिमंडल के नए सदस्यों की संख्या के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। यादव की अगुवाई वाले मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में दो उपमुख्यमंत्री – राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा हैं। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल के सदस्यों की अधिकतम संख्या मुख्यमंत्री समेत 35 हो सकती है।
सीएम मोहन यादव ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद हमारी दोहरे इंजन वाली सरकार उनके और जे पी नड्डा तथा गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी।’’ बता दें कि पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 और कांग्रेस ने 66 सीटें जीती थीं। यादव के अलावा शुक्ला और देवड़ा ने 13 दिसंबर को पद की शपथ ली थी।
मुख्यमंत्री सुबह 9 बजे राजभवन जाएंगे और वे मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल से राजभवन पहुंचकर मुलाकात करेंगे। वहां, सीएम, राज्यपाल को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची सौपेंगे और इसके बाद राजभवन में दोपहर 3.30 बजे विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। जिन विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है उन्हें फोन पर सूचना दी गई है। उन्हें राजभवन में उपस्थित रहने को कहा गया है। राकेश सिंह को, कृष्मा गौर, विश्वास सारंग, तुलसी सिलावट को, को बुलाया गया है। राजभवन में 28 कुर्सियां लगाई गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक 28 सदस्य मंत्रिमंडल में 18 कैबिनेट 6 स्वतंत्र प्रभार और चार राज्य मंत्री किए जा सकते हैं शामिल
ये है लिस्ट : प्रह्लाद पटेल, राकेश सिंह, अर्चना चिटनिस, गोविंद राजपूत, प्रद्युम्न तोमर, कृष्णा गौर, विश्वास सारंग, इन्दर सिंह परमार, कैलाश विजयवर्गीय, नागर सिंह चौहान, प्रतीमा बागरी, सम्पतिया उइके, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी,
जानकारी के मुताबिक आज नए चेहरे के साथ ही कुछ पूर्व मंत्रियों को भी मौका मिल सकता है। अब 3.30 बजे शपथ ग्रहण के वक्त ही पता चल सगेगा कि कितने विधायकों को मोहन कैबिनेट में मंत्री बनाया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल में वरिष्ठ नेताओं की तुलना में नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है।