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यदि आपको भी है बचे हुए चावल खाने की आदत? तो हो जाएं सावधान वरना भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम, हो सकती है…

नई दिल्ली। हम सभी के साथ ऐसा होता है कि घर पर बना खाना कई बार बच जाता है, जिसे हम फ्रिज में रखकर दोबारा उसका सेवन करते हैं। लेकिन बात जब चावल की आती है, तो अक्सर ये सुनने को मिलता है कि बचे हुए चावल को खाना चाहिए या नहीं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां लोगों के पास ठीक से बैठकर खाने तक का समय नहीं है, वहां रोजाना खाना बनाना भी एक बड़ा टास्क लगता है। ऐसे में कई लोग समय बचाने के लिए पहले से ही कुछ चीजें तैयार कर के फ्रिज में रख देते हैं। इन्हीं में से एक चावल भी है। हालांकि, कुछ लोगों को बचे हुए चावल खाने के बाद बीमारी और पेट संबंधी समस्या का भी सामना करना पड़ता है। इस लेख में यही जानने की कोशिश करेंगे कि क्या बचे हुए चावल वास्तव में फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकते हैं या नहीं।

फूड प्वाइजनिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति दूषित खाना खाता है। ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, फूड पॉइजनिंग के अधिकांश मामले बैक्टीरिया, जैसे कि साल्मोनेला या एस्चेरिचिया कोलाई (ई. कोलाई), या नोरोवायरस जैसे वायरस से दूषित भोजन का परिणाम होते हैं।

जानकारों की मानें, तो फूड प्वाइजनिंग अधपके खाने या बासी खाने के सेवन के बाद भी हो सकता है। इसके अलावा पके हुए खाने को रेफ्रिजरेट नहीं करना और गर्मियों के दौरान कमरे के तापमान पर 2 घंटे से अधिक समय के लिए बाहर छोड़ने पर या फिर बचे हुए खाने को ठीक से दोबारा गर्म न करना इसके कई कारणों में से एक है।

फूड प्वाइजनिंग के लक्षण
पेट दर्द, ऐंठन या सूजन
जी मिचलाना
उल्टी करना
दस्त
बीमार महसूस करना
इस दौरान विशेषज्ञ घर पर बना ताजा खाना खाने की सलाह देते हैं। वापस आते हैं चावल पर कि क्या बचे हुए चावल को खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है?

जानकारों का मानना है कि दोबारा गर्म किए हुए चावल खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात है कि चावल को दोबारा गर्म करने से समस्या नहीं होती है। बल्कि जिस तरह से चावल को स्टोर करके दोबारा गर्म किया जाता है, उससे फूड प्वाइजनिंग होती है। दोबारा गर्म करना हमेशा संदेहास्पद होता है लेकिन प्राथमिक चिंता यह होनी चाहिए कि आप अपने भोजन को स्टोर कैसे करते हैं।

कच्चे चावल में “बैसिलस सेरेस” नामक एक प्रकार का बैक्टीरिया होता है, जो अनुकूल परिस्थितियों में टॉक्सिन का उत्पादन कर सकता है। जब पके हुए चावल को कमरे के तापमान पर बहुत लंबे समय तक रखा जाता है, तो यह कई गुना बढ़ सकता है और तब इसका सेवन फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकता है।

चावल को सुरक्षित रूप से परोसने के लिए टिप्स
-चावल को ठीक से पकाएं और ताजा ही परोसें, लेकिन अगर आप इसे पूरी तरह से नहीं खा पा रहे हैं, तो बचे हुए -चावल को कमरे के तापमान पर 2 घंटे से अधिक के लिए न छोड़ें।

-बचे हुए चावल को एक ढके हुए बर्तन में रेफ्रिजरेशन टेंपरेचर (4 डिग्री C) स्टोर करें, लेकिन एक दिन से अधिक नहीं

-बचे हुए चावलों को एक बार ही दोबारा गर्म कर लीजिए

-चावल को तब तक गर्म करें जब तक वह भाप के तापमान तक न पहुंच जाए

-खाने को साफ-सफाई और स्वच्छता के साथ हैंडल करें

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