यूपीएससी पास कर मिला ये पद तो छोड़ दी नौकरी, अब यहां की एसडीएम हैं ये महिला अफसर
नई दिल्ली. SDM मनी अरोरा यूपीएसी टॉपर से इंस्पायर हुईं. जब साल 2012 के बैच का रिजल्ट आया तो उस समय शैना अग्रवाल ने यूपीएससी टॉप किया था. जब रिजल्ट से अगले दिन अखबार आया तो हर जगह शैना की फोटो फैमिली के साथ थी. यह देखकर मनी ने भी मन बना लिया कि उन्हें भी यूपीएससी पास करना है.
मनी के पिता अश्वनी अरोड़ा की कपड़े की दुकान है. पिता के मुताबिक उन्होंने पर्सनल लोन लेकर बेटी को यूपीएससी की तैयारी कराई थी. मनी की मां प्रवीन अरोड़ा ने कहा था कि जब बेटी की यूनिवर्सिटी में एमएससी में दूसरी रैंक आई थी तब वह समझ गई थीं कि वह कुछ बड़ा करेंगी.
मनी ने 3 बार यूपीएससी का एग्जाम दिया था. पहले 2 अटेंप्ट में मनी अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं थीं. साल 2017 में तीसरी बार में उनकी रैंक 360 आई थी. इस रैंक के साथ उन्हें रेलवे में नौकरी मिली थी.
यूपीएससी क्लियर करने के बाद उनकी बड़ोदरा में ट्रेनिंग हुई थी. इसके साथ ही उन्होने यूपीपीसीएस का एग्जाम दिया था. जब वह ट्रेनिंग कर रही थीं उसी दौरान उनका यूपीपीसीएस का रिजल्ट आया और उनकी रैंक 24 आई थी. इस समय मनी मुरादाबाद की एसडीएम हैं.
यूपीपीसीएस क्लियर करने के बाद मनी ने फैसला किया कि वह यूपीएससी क्लियर करके मिली रेलवे की नौकरी छोड़ देंगी और डिप्टी कलेक्टर की नौकरी जॉइन करेंगी. डिप्टी कलेक्टर की नौकरी पाने वाली मनी अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया.