उत्तर प्रदेश

रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. मुरलीधर तिवारी का लम्बी बीमारी के पश्चात निधन

बरेली,22 मई। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के पूर्व कुलपति डॉ. मुरलीधर तिवारी का कल दिल्ली में लम्बी बीमारी के पश्चात निधन हो गया है। डॉ. तिवारी का कुलपति के रूप में इस विश्वविद्यालय का कार्यकाल विश्वविद्यालय के असाधारण विकास, प्रगति एवं ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए हमेशा स्मरण किया जायेगा। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा डॉ. तिवारी के सम्मान में स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष डॉ मुरलीधर तिवारी मेमोरियल लेक्चर प्रारम्भ करने की योजना है जो विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. तिवारी के इस विश्वविद्यालय में दिए गए अविस्मरणीय योगदान के लिए वास्तविक श्रद्धाजलि होगी।

डॉ. तिवारी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डी. फिल की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात गढ़वाल विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान के शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। तत्पश्चात डॉ तिवारी ने क्रमशः विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं All India Council for Technical Education, नयी दिल्ली में भी उच्च पदों को सुशोभित करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न योजनाओ के विकास एवं क्रियान्वन को सुनिश्चित करते हुए तकनीकी शिक्षा के सर्वांगीण विकास में महती योगदान प्रदान किया । 1995 में महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में कुलपति का कार्यभार सँभालने के पश्चात से ही विश्वविद्यालय एवं रोहिलखण्ड क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना करते हुए विभिन्न ट्रेड में बी टेक, बी. फार्म, MBA (Marketing), MBA(PartTime), होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम, MSW, एप्लाइड फिलोसोफी, एप्लाइड साइकोलॉजी, एप्लाइड इंग्लिश में परास्नातक पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए । डॉ तिवारी को विश्वविद्यालय के वर्तमान वृहद स्वरुप का जनक कहा जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। यही नहीं उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय लगातार तीन वर्षों तक Academic Calender के समयबद्ध पालन को सुनिश्चित करने वाला प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय रहा एवं तीन वर्षो तक रू० एक करोड़ की प्रोत्साहन राशि प्राप्त की। इस विश्वविद्यालय का कार्यकाल समाप्त होने के बाद डॉ तिवारी ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT), इलाहाबाद की स्थापना की एवं 15 वर्षों तक इस संस्थान के निदेशक रहे (1999-2014) एवं उनके अथक प्रयासों के से IIIT, Allahabad देश का अग्रणी तकनीकी संस्थान बना ।

उन्होंने कुलपति, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल (2014-2018) एवं अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय परिवार ईश्वर से प्रार्थना करता है कि उनकी आत्मा को शांति दें एवं शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
माननीय कुलपति प्रो के पी सिंह की तरफ से स्वर्गीय प्रो एम डी तिवारी जी के परिवार को शोक संदेश प्रेषित किया गया है ।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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