रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में “सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्डन वर्तमान एवं भविष्य “विषय पर वर्कशाप का आयोजन
बरेली , 26 सितम्बर ।रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय एवं व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग में कल एक प्री कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसका विषय सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स वर्तमान एवं भविष्य था। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के पी सिंह द्वारा की गई। प्रोफेसर के पी सिंह ने विश्वविद्यालय में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के विषय में होने वाले क्रियाकलापों के बारे में जानकारी दी और बताया की विश्वविद्यालय में बहुत ही जल्दी ग्लोबल सस्टेनेबल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना होगी जिसमें विभिन्न प्रकार के सस्टेनेबिलिटी से संबंधित कोर्सेज का संचालन किया जाएगा एवं सभी विभागों में सस्टेनेबिलिटी से संबंधित चीजों का पालन करने के लिए कमेटी बनाई जाएगी। प्रोफेसर केपी सिंह ने बताया की अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित यह वर्कशॉप एक पहला कदम है इसके बाद विश्वविद्यालय सस्टेनेबिलिटी से संबंधित उन सभी क्रिया पर भाग लेगा जो भारत को और विश्वविद्यालय को विश्व स्तर पर पहचान बनाने में सहयोग करेंगे। कुलपति जी ने कहा की विश्व के अन्य विकसित देश अपनी छोटी सी उपलब्धि को भी पूरे विश्व को दिखाते एवं बताते हैं जबकि हम अपनी बड़ी-बड़ी उपलब्धियां को भी लोगों तक नहीं पहुंचते किंतु अब समय बदल गया है हमें भी वैश्विक मंच पर अपने सभी क्रियाकलापों के विषय में दुनिया को बताना चाहिए। पुरातन काल में भारत अपनी सस्टेनेबिलिटी के लिए प्रख्यात था सस्टेनेबिलिटी के साथ-साथ मानवता की भावना भारत के हृदय में सदैव ही रही है। हमें अपना पियर परसेप्शन बढ़ाना होगा जिससे दुनिया हमारी उपलब्धियां एवं गतिविधियों से परिचित हो सके। उन्होंने कहा की हम अक्सर वोट देने के बाद सारी उन्नति की जिम्मेदारी सरकार पर थोप कर निश्चित बैठ जाते हैं, जबकि करना यह चाहिए कि हमें सरकार के सहयोग के लिए निरंतर अपने कार्य की गुणवत्ता बनाए रखना चाहिए। कुलपति जी ने अर्थशास्त्रियों को कार्बन क्रेडिट के विषय में ध्यान पूर्वक अध्ययन करने की सलाह भी दी।
कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पुष्पेंद्र कुमार ने बताया की सतत विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे हमको अपने दिल और दिमाग में रखना पड़ेगा |
उन्होंने उन्होंने हमारे पुराने ग्रंथों से संबंधित कई उदाहरण दिए उन्होंने बताया की किस प्रकार अर्जुन ने कृष्णा और हजारों की संख्या वाली सेवा में से कृष्ण को चुना इसी प्रकार से गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा से उपस्थित प्रोफेसर एमपी मलकाना ने हमने बताया कि किस प्रकार से मितव्ययिता के साथ संसाधनों को खर्च करना चाहिए इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एमके सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किया विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर आशुतोष प्रिया ने सभी का स्वागत करते हुए कहा की विभाग में इस प्रकार के कार्यक्रम करना हमारे लिए एक मुख्य ऑब्जेक्टिव है और विभाग में इस विषय पर आगे भी वर्कशॉप पर कांफ्रेंस आयोजित करती जाएगी। इसके अतिरिक्त टेक्निकल सेशन में प्रोफेसर एसएस बेदी डॉक्टर आभा त्रिवेदी एवं डॉक्टर अनीता त्यागी ने विचार व्यक्त किया कार्यक्रम में छात्रों ने अपने पेपर प्रेजेंटेशन किया प्रोफेसर भोला खान सभी का धन्यवाद व्यापित किया डॉ रुचि द्विवेदी ने कार्यक्रम की रूपरेखा सभी के सामने प्रस्तुत की कार्यक्रम में विभाग के सभी अध्यापक छात्र उपस्थित रहे डॉ सुबोध धवन , डॉ इसरार खान, तपन वर्मा उपस्थित रहे। डॉ जानकी ने कार्यक्रम का संचालन किया । बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट