उत्तर प्रदेश

रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों के प्रोजेक्ट का ग्रांट स्कीम में चयन

बरेली, 02 जनवरी । रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों के प्रोजेक्ट का चयन विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, उ.प्र. सरकार की इंजीनियरिंग स्टूडेन्ट प्रोजेक्ट ग्रांट स्कीम 2023-2024 के अंतर्गत किया गया हैं। सरकार का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर उनकी प्रतिभा को उजागर कर जनउपयोगी प्रोजेक्ट्स के निर्माण को बढ़ावा दिया जाना हैं।इस प्रथम वर्ष पूरे उत्तर प्रदेश से कुल 60 इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मदद हेतु चयनित किया गया हैं।विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग से भेजे गए प्रोजेक्ट “एप्पलीकेशन ऑफ मशीन लर्निंग फ़ॉर असेसमेंट एंड प्रेडिक्शन ऑफ नोमोफोबिया: स्मार्ट फ़ोन एडिक्शन अमंग इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स” का चयन किया गया हैं। इस प्रोजेक्ट को विभाग के शिक्षक डॉ अनिल कुमार बिष्ट के नेतृत्व में बी.टेक. अंतिम वर्ष के छात्रों साक्षी, सौरभ व शालिनी के द्वारा बनाया जा रहा हैं।डॉ बिष्ट ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य छात्रों में बढ़ती जा रही मोबाइल फ़ोन की लत और एक मनोवैज्ञानिक स्थिति जब लोगों को मोबाइल फोन कनेक्टिविटी से अलग होने का डर होता है जिसे नोमोफोबिया कहते हैं का मशीन लर्निंग-एआई टेक्निक पर आधारित आंकलन करना हैं।उक्त परियोजना, मे प्रोजेक्ट को पूर्ण करने हेतु स्वीकृत धनराशि कुल रूपये 20,000 दो किस्तो मे निर्गत किये जाएगी। प्रथम क़िस्त रूपये 10, 000 कार्यारंभ हेतु व प्रोजेक्ट पूर्ण करने पर लखनऊ में प्रेजेंटेशन के आधार पर ही दूसरी क़िस्त प्रदान की जाएगी। प्रोजेक्ट से सम्बंधित शोध प्रकाशन करने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन पुरुस्कार भी दिया जाएगा। डॉ बिष्ट ने बताया कि डेटा कलेक्शन का कार्य पूर्ण हो चुका हैं।अब कोडिंग बेस्ड मॉडल डेवेलोप किये जायेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के पी सिंह जी, डीन विभाग्याध्यक्ष आदि ने चयनीत प्रोजेक्ट की टीम को बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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