उत्तर प्रदेश

विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण के बाद की समीक्षा बैठक, सीएम ने नैमिष से यूपी को दिया स्वच्छता का संदेश

सीतापुर। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ आज तपोभूमि नैमिषारण्य पहुंचें, जहां पर उन्होंने चक्रतीर्थ धाम व मॉ ललिता देवी मंदिर में पूरी विधि विधान से पूजन अर्चन कर शान्ति, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने चक्रतीर्थ के महन्तों से वार्ता करते हुये कहा कि केन्द्र व राज्य की सरकार मिलकर नैमिषारण्य का समग्र विकास कर रही है। यहां पर जो महन्त व साधु सन्त हैं एवं जनप्रतिनिधि हैं वह नैमिष के विकास के लिये लगातार कार्य कर रहे हैं तथा आम जनमानस की सहभागिता की शुरूआत करने के लिये ही आज हम लोग यहां पर आये हैं। कल गांधी जयन्ती पूज्य बापू जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिये स्वैच्छांजलि का आह्वान प्रधानमंत्री जी ने किया है और स्वच्छता श्रमदान का शुभारम्भ आज किया है, इसको केवल आज ही नही, बल्कि हमको अपने दैनिक जीवन में भी उतारना है। एक जन आन्दोलन के रूप में हमें इसे आगे बढ़ाना है। जीवन की पहली आवश्यकता स्वच्छता है। यहीं हमारा प्रयास होना चाहिये कि हमारे आस-पास स्वच्छ वातारण हो, नदियां स्वच्छ हों और जो धार्मिक स्थल हैं वहां पर भी स्वच्छ वातावरण हो व अन्य जगहों पर भी स्वच्छता निरन्तर बनाये रखने का प्रयास सभी को करना होगा तथा सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक व संवेदशील होना पड़ेगा तभी हमारा देश व प्रदेश आगे बढ़ेगा। प्लास्टिक से हमें दूरी बनानी पड़ेगी, जिसको हमें पूरी तरह से मुक्त करना पड़ेगा, जिसके लिये हमारे पास दूसरे विकल्प आ चुके हैं उसको हमें स्वीकार करना पड़ेगा। हम सभी स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये अपना-अपना योगदान अवश्य दें। स्वच्छता रहेगी तो विकास की धारा अपने आप ही आगे की ओर बढ़ती हुयी दिखायी देगी। नैमिष के विकास के लिये हम इतना कार्य करेंगे कि वैदिक एवं पौराणिक स्थली से सभी लोग जानेगें। नैमिष की बेहतर कनेक्टीविटी के लिये हमने इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जल्द ही शुरू कर देंगे तथा हेलीकाप्टर की भी सेवा जल्द ही शुरू की जायेगी व अन्य सेवाओं को भी हम तेजी से बढ़ाना चाहते हैं ताकि आसपास के लोगों के साथ ही देश के और भी लोग नैमिषारण्य आना चाहें।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के शुभारम्भ के साथ ही यह अवसर है कि हम सब मिलकर नैमिषारण्य के विकास के लिये कार्य करें, जिसके लिये यह वातावरण हमें स्वयं देना होगा, जिसकी शुरूआत होती है स्वच्छता से। अगर हम अच्छा वातावरण देंगे तो एक सुरक्षित वातावरण बनेगा। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं आप लोगों को आश्वस्त करने आया हूं कि केन्द्र व राज्य सरकार नैमिष के समग्र विकास के लिये पूरी तरह से संवेदनशील है। अभी तो यह एक छोटी सी झलक है व बहुत विकास नैमिष में होना है। जब सभी कार्य मूलरूप में देखने को मिलेंगे तब आप को लगेगा कि सिर्फ अयोध्या में ही विकास नही हुआ है बल्कि नैमिषारण्य भी विकास के पथ पर है। उन्होंने कहा कि मेरा सभी पूज्य सन्तों एवं महन्तों से आग्रह है कि इस स्वैच्छांजलि में अपना योगदान अवश्य दें।
मुख्यमंत्री द्वारा स्वच्छता जागरूकता एवं जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने 459.88 करोड़ की लागत से 45 कार्यों का शिलान्यास एवं 90.16 करोड़ की लागत से 29 कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैमिषारण्य की इस पावन धरती पर आने का हमें सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि इस पवित्र तीर्थ नैमिषारण्य की रामायण में भी महिमा गायी गयी है। नैमिष की इस पवित्र तीर्थ का नाम तीनों लोको में छाया है। उन्होंने कहा कि महर्षि दधीचि के त्याग व बलिदान की भूमि है तथा 88 हजार ऋषि मुनियों की तपोभूमि है। उन्होंने कहा कि पहले नैमिषारण्य का विकास अधूरा था, परन्तु आप लोगों के आशीर्वाद से नैमिष तीर्थ विकास की ओर अग्रसर है। डबल इंजन की सरकार निरन्तर नैमिष के विकास के लिये कार्य कर ही है। स्वच्छता के इस अभियान से आज पूरा नैमिषारण्य चमक रहा है। पूज्य बापू जी का स्वच्छता का सपना पूर्ण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले अनेक प्रकार की बीमारियां होती थी, लेकिन प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन अभियान से एक जन आन्दोलन साथ जुड़ा है, जिससे सभी बीमारियां धीरे-धीरे दूर हो रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बहुत बड़ी बीमारियों से निपटने के लिये हमारे प्रधानमंत्री जी ने पात्रों के आयुष्मान कार्ड से उनको लाभान्वित कर 05 लाख रूपये का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया। इसके उपरान्त भी यदि किसी व्यक्ति को इलाज के लिये धनराशि की आवश्यकता होती है तो मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री राहत कोष से उसको इलाज के लिये धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने संकल्प लिया था कि हर व्यक्ति के पास अपना पक्का घर हो, जिसके लिये प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की, जिसके तहत लोगों को आवास उपलब्ध कराया गया तथा हर घर जल योजना के तहत लोगों को स्वच्छ पेयजल के कनेक्शन दिये गये, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में तीन वर्षों से गरीबों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है एवं उज्जवला योजना के तहत गरीब लोगों को मुुफ्त में गैस सिलेण्डर उपलब्ध कराये गये हैं तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित है, जिसका लाभ पात्र व्यक्तियों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी को योजनाओं का लाभ निरन्तर दिया जा रहा है। राजधानी से नैमिषारण्य की बेहतर कनेक्टिविटी के लिये इलेक्ट्रिक बसों एवं हेलीकॉप्टर का भी संचालन जल्द ही शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि यहां पर जो कार्य कराये जा रहे हैं, उसे व्यापारियों व अन्य लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि गोमती नदी बहुत ही पुरानी नदी है, लोगों के श्रमदान से नदी पहले की तरह सुन्दर व स्वच्छ बन गयी है। कहीं पर भी गंदी न हो, इसके लिये विशेष कदम उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि भारत को प्लास्टिक से मुक्त करना होगा तभी स्वच्छता बढ़ेगी, इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। हम सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति समर्पित होना पड़ेगा, कहीं पर भी गंदगी हो एक अभियान चलाकर गंदगी को बिल्कुल हटाना होगा। नैमिषारण्य की पावन धरती पर अनेक तीर्थ स्थल है, जिनके विकास के लिये निरन्तर कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद के अन्तर्गत गतिमान परियोजनाओं एवं विकास कार्यों की अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

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