उत्तर प्रदेश

सफलता के लिए ऑफिस कल्चर में परिवार के समान माहौल को बढ़ावा देना बेहद जरुरी – अतुल मलिकराम

आज की तेजी से भागती और प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक दुनिया में, ऑफिसेस के भीतर परिवार जैसा माहौल बनाना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। औसतन, एक कामकाजी व्यक्ति ऑफिस में लगभग 8 से 9 घंटे बिताता है, जिसमें उसके साथ ही कई सहकर्मी भी काम करते हैं। कहने का अर्थ यह है कि अन्य लोगों के साथ काम करने में उनका आधे से ज्यादा जीवन एक-दूसरे के साथ बीतता है। जबकि, बेशक कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि काम पूरी तरह से एक प्रोफेशनल माहौल की छत्रछाया में होना चाहिए। लेकिन तर्क करने वालों को सबसे ज्यादा यह समझने की जरुरत है कि ऑफिस के भीतर परिवार की भावना को बढ़ावा देने से कई लाभ मिलते हैं, जो अंततः प्रोडक्टिविटी और सफलता में वृद्धि का कारण बनते हैं। अपनी कर्मस्थली जितनी अधिक दिल के करीब होगी, उतनी ही अधिक वह फलदायी भी होगी।

यह भी स्पष्ट है कि एक व्यक्ति को प्रति रात लगभग 7 से 9 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है, इसका मतलब है कि किसी व्यक्ति विशेष के जागने के समय का एक बड़ा हिस्सा वास्तव में काम पर खर्च होता है। इस वास्तविकता को देखते हुए, कर्मचारियों की सुविधा, मनोबल, भलाई और कुशलता के लिए सकारात्मक और सहायक वर्क एन्वायर्नमेंट और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण है अपनापन। यदि कर्मस्थली पर व्यक्ति को यह महसूस होने लगे कि यहाँ हर व्यक्ति मेरा अपना है और मुझे तवज्जो देता है, तो उसके काम करने की शक्ति कई स्तर ऊपर उठ जाती है।

काम है, तो कई बार दबाव की स्थिति भी बन ही जाती है। ऐसे समय में व्यक्ति को सबसे पहले किसी अपने की जरुरत होती है। इस स्थिति में कोई अपना नहीं होता, या कोई समझने-समझाने वाला नहीं होता है, तो हमारी कर्मस्थली ही हमें काटने लगती है। हालाँकि, यह कुछ ही दिन चलने वाली प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन विपरीत परिस्थिति में मन में एक गुबार हमेशा रह ही जाता है कि उस समय में मेरे साथ कौन खड़ा था। और सच मानिए, वही व्यक्ति अपना है।

मैं यह नहीं कहता कि ऑफिस में हमेशा ही दबाव होता है, लेकिन इस बात को भी नाकारा नहीं जा सकता है कि दबाव कभी होता ही नहीं। मन की बात रखने के लिए यदि सामने कोई न हो, तो यह दबाव घर तक चला जाता है, जिससे घर-परिवार में मन-मुटाव होने लगते हैं। यदि ऑफिस में ही अपने लोग मिल जाएँगे, तो घर दबाव साथ लेकर नहीं जाना पड़ेगा। ऑफिस में मिलने वाला यह अपनापन व्यक्ति विशेष में न सिर्फ संतुष्टि, बल्कि काम करने की खुशी और सामने आई परेशानी या दबाव से लड़ने की शक्ति देता है।

यह भी स्पष्ट है कि ऑफिस में फैमिली कल्चर कर्मचारियों के बीच मजबूत बंधन और भाईचारे को बढ़ावा देता है। जब व्यक्तियों को ऐसा महसूस होता है कि वे सहायक लोगों के साथ काम कर रहे हैं, तो बदले में उनके भी प्रभावी ढंग से सहकर्मियों को सहयोग करने, खुले तौर पर बातचीत करने और स्वतंत्र रूप से अपनी बात उनके सामने रखने की संभावना अधिक होती है। इससे एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा मिलता है, जहाँ हर कोई खुद को मूल्यवान और सम्मानित महसूस करता है। ये विचार कहीं न कहीं बेहतर टीम वर्क और समस्या-समाधान को गति प्रदान करते हैं।

एक रचनात्मक कार्य वातावरण तनाव के स्तर को कम करता है। इसके परिणामस्वरूप कर्मचारी की हर स्थिति में खुद को ढालने की क्षमता में वृद्धि होती है, क्योंकि व्यक्ति उन कंपनियों के प्रति समर्पित रहने के लिए अधिक इच्छुक होते हैं, जो उनके बार में सोचते हैं और उनके कल्याण को महत्व देते हैं। ऑफिस में परिवार जैसा माहौल नवीन विचारों को प्रोत्साहित करता है। जब कर्मचारी निर्णय या अस्वीकृति के डर के बिना अपने विचारों को व्यक्त करने में सहज महसूस करते हैं, तो वे दायरे से बाहर सोचने और जोखिम लेने के लिए खुलकर सामने आते हैं। इससे समस्या-समाधान पर नए दृष्टिकोण सामने आ सकते हैं और अंततः व्यवसाय में वृद्धि हो सकती है। जो एम्प्लॉयीज़ अपने सीनियर्स पर भरोसा करते हैं, उनमें जरूरत पड़ने पर मार्गदर्शन लेने की अधिक संभावना अधिक होती है, जिसके परिणामस्वरूप निर्णय लेने की प्रक्रिया बेहतर होती है।

यदि अपनी टेबल पर उन वस्तुओं को स्थान दिया जाए, जिन्हें देखकर आपको खुशी मिलती है, तो काम के प्रति यह एक अलग ही स्तर का आत्मविश्वास लेकर आता है। तथ्य यह है कि वर्कप्लेस पर फैमिली कल्चर को बढ़ावा देने से सिर्फ व्यक्तिगत एम्प्लॉयीज़ को ही लाभ नहीं होता है, बल्कि बाहरी तौर पर कंपनी की ब्रांड छवि भी मजबूत होती है। समयसमय पर अपने एम्प्लॉयीज़ के लिए विभिन्न गतिविधियों के आयोजन करना, खेल गतिविधियाँ करवाना, बेहतर काम करने पर उनका सम्मान करना, ट्रिप आदि पर ले जाना उनकी कार्यकुशलता को कई गुना बढ़ा देता है।

वर्कप्लेसेस पर पारिवारिक माहौल स्थापित करना आज के समय में सिर्फ एक विकल्प नहीं रह गया है; यह सफलता प्राप्त करने के लिए एक पूर्व शर्त के रूप में विकसित हो गया है। मजबूत संबंधों और विश्वास को बढ़ावा देने, कर्मचारियों के बीच खुशी, संतुष्टि और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने और कंपनी की स्थिति को मजबूत करने के माध्यम से, वर्कप्लेसेस में एक ऐसा वातावरण तैयार किया जा सकता है, जो उनके एम्प्लॉयीज़ के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देता है।

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