सफेद बालों को देखकर बच्चे कहने लगे ‘अंकल’? इन 4 चीजों को खाने से हेयर होंगे डार्क
नई दिल्ली. अगर कम उम्र में सिर पर सफेद बाल दिखने लगें तो ये काफी निराशा वाली बात होती है. व्हाइट हेयर हमारे लिए बिन बुलाए मेहमान की तरह होते हैं जिनकी मौजूद हमेशा आंखों को खलने लगती है. इसके कारण यंग लड़के कम उम्र में ही उम्रदराज या ‘अंकल’ जैसे दिखने लगते हैं. बालों में मेलेनिन की कमी की वजह से ऐसे हालात पैदा होते हैं. सफेद बाल जेनेटिक कारणों से भी आ सकते हैं, लेकिन अमूमन ये हमारी गड़बड़ लाइफस्टाइल, टेंशन और अनहेल्दी फूड हैबिट्स की वजह से होते हैं. आइए जानते हैं कि वो कौन-कौन से फूड्स हैं जिन्हें खाने से बालों का सफेद होना कम हो जाता है.
काबुली चने का इस्तेमाल आमतौर पर छोले तैयार करने में किया जाता है, जो भारत का एक फेमस डिश है. इस तरह के चमे में विटामिन बी9 की भरपूर मात्रा होती है. एक कप काबुली चने में 1,114 माइक्रोग्राम विटामिन बी-9 होता है, जो रोजाना की जरूरत का लगभग तीन गुना है.
हेल्दी हैयर के लिए हमें विटामिन बी12 की जरूरत पड़ती है. इसके लिए आप चिकन के साथ साथ अंडे दूध और पनीर का सेवन कर सकते है. नॉन वेज खाने के शौकीन लोगों के लिए चिकन अक्सर टॉप लिस्ट में शुमार किया जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसे कम से कम तेल में पकाएं वरना कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है.
रोजाना खाई जाने वाली दालें भी विटामिन बी9 का रिच सोर्स है. विटामिन बी12 की तरह, बी9 डीएनए और आरएनए के उत्पादन में मदद करता है. ये रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन के लिए भी जरूरी है और बालों के काले रंग को बनाए रखने के लिए अहम अमीनो एसिड मेथियोनीन के उत्पादन में बड़ा रोल अदा करता है.
नॉन एनिमल फूड्स की बात करें तो स्पिरुलिना में कॉपर का हाई अमाउंट पाया जाता है. ये हमारे बालों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. आमतौर पर इसके पाउडर को खाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. स्पिरुलिना सबट्रॉपिकल क्लाइमेट के नमकीन झीलों और समंदर में प्राकृतिक तौर पर उगता है.