समुद्री क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए तैयार है भारत
दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। सबसे बड़े जहाजों में एक एमएससी अन्ना ने मुंद्रा पोर्ट पर डेरा डाल दिया है। ये कोई मामूली बात नहीं है क्योकिं भारत के किसी भी बंदरगाह पर आने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा जहाज है। एमएससी अन्ना एक में विशालकाय समुद्री जहाज है जो कंटेनर की ढुलाई करने के लिए बनाया गया है। इस जहाज का आकार फुटबॉल के 4 मैदान के बराबर है। इसकी लंबाई 399.98 मीटर है और क्षमता 19 हजार 200 यानी 20-फूट इक्विवैलेंट यूनिट (टीईयू) है। चीन और पाकिस्तान भारत की बढ़ती समुद्री ताकत हैरान और परेशान है। भारत ना सिर्फ समुद्री रण-क्षेत्र बल्कि समंदर में माल-ढुलाई में अपनी बादशात कायम करने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। इस साल देश 61वां राष्ट्रीय समुद्री दिवस बना रहा है साथ ही भारत समुद्री क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।
विश्व के चुनिंदा बंदरगाहों पर ही जा पाते हैं ये जहाज
एमएससी अन्ना दुनिया की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनियों में शामिल मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी का जहाज है। यह अल्ट्रा लार्ज कंटेनर वेसल कैटेगरी का जहाज है। शिपिंग इंडस्ट्री में 14 हजार 501 टीईयू या इससे ज्यादा कैपेसिटी वाले कंटेनर जहाज को यूएलसीवी कहा जाता है। इस कैटेगरी के जहाज दुनिया के कुछ चुनिंदा बंदरगाहों पर ही लंगर डाल पाते हैं। इस जहाज की बर्थिंग के लिए 15.2 मीटर या इससे ज्यादा का ड्राफ्ट चाहिए होता है।
साल 2023 में एमएससी हैम्बर्ग बनाया था ये रिकॉर्ड
मुंद्रा पोर्ट ने इससे पहले जुलाई 2023 में भी एक रिकॉर्ड बनाया था. उस समय बंदरगाह पर एमवी एमएससी हैम्बर्ग ने लंगर डाला था. एमएससी हैम्बर्ग भी 399 मीटर लंबा जहाज है, जिसकी क्षमता 16 हजार 652 टीईयू की है. उसकी गिनती भी दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में की जाती है. अब एमएससी अन्ना के लंगर डालने के बाद मुंद्रा पोर्ट का रिकॉर्ड और बेहतर हो गया है।
मुंद्रा पोर्ट की कार्गो कैपिसिटी
मुंद्रा पोर्ट भारत का सबसे बड़ा और व्यस्ततम बंदरगाह है। एक कंटेनर की लंबाई 20 फुट होती है। इस लिहाज से जहाज की क्षमता 3 लाख 84 हजार कंटेनर की है। इसका अराइवल ड्राफ्ट 16.3 मीटर है। जानकारी के मुताबिक भारत में ऐसा कोई और बंदरगाह नहीं जो 16 मीटर से अधिक ड्राफ्ट वाले जहाज को खड़ा कर सके। किसी जहाज का समुद्री ड्राफ्ट ये बताता है कि पानी में उसकी गहराई कितनी है। जहाज पर जितनी संख्या में और जितना ज़्यादा भारी सामान होगा वो पानी में उतना ही गहरा होगा। मुंद्रा पोर्ट्स करीब 35 हजार एकड़ में फैला देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बंदरगाह है।