Top Newsउत्तर प्रदेश

सहारनपुर में खून के रिश्ते हुए शर्मसार, पिता का हत्यारा निकला बेटा , पढ़े पूरी अपडेट

सहारनपुर। सहारनपुर जनपद में खून के रिश्ते शर्मसार हो रहे हैं। अपने सगे ही खून से लाल हाथ कर रहे है। जनपद में तीन दिन के अंतराल से अलग-अलग घटनाओं में दो बेटों द्वारा अपने पिता की हत्या किए जाने की घटनाएं हुई हैं। नागल थाना पुलिस ने गांव पीरड़ में तीन दिसंबर को गांव निवासी अनुसूचित जाति के 55 वर्षीय किसान जलधार सिंह की हत्या का खुलासा करते हुए उसके 28 वर्षीय पुत्र अरूण उर्फ संजय को गिरफ्तार किया है।

एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि दो-तीन दिसंबर की रात में जलधार की गला दबाकर हत्या किए जाने की घटना हुई थी। नागल पुलिस ने मामले की जांच की तो उसका ही एक बेटा अरूण हत्या में शामिल पाया गया। पुलिस ने उसे चंदेना कालोनी जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

नागल की थाना प्रभारी कुसुम भाटी ने आज बताया कि परिजनों ने जलधार की हत्या की सूचना पुलिस को नहीं दी थी। पूर्व ग्राम प्रधान ओमपाल की सूचना पर जब वह पुलिस बल के साथ मौके पर गई थीं तो हत्यारोपी उसके बेटे अरूण उर्फ संजय ने उनके वहां पहुंचने पर यह कहते हुए ऐतराज जताया था कि उन्होंने पिता की हत्या की जानकारी पुलिस को नहीं दी है और ना ही वे कोई कार्रवाई चाहते हैं ऐसे में पुलिस उनके यहां क्यों आई?

तभी उन्हें इस मामले को लेकर शक हो गया था। फिर उनके हाथ अरूण की एक आडियो मिली। जिसमें वह यह कहते सुना गया कि वह इस मामले में अपने पिता को समझाएंगे। वे परेशान ना हों।

पुलिस के मुताबिक जलधार की हत्या की रिपोर्ट उनके एक अन्य बेटे किशन कुमार ने अज्ञात में दर्ज कराई थी। मृतक जलधार के चार बेटे हैं और दो बेटियां हैं। एक बेटे और बेटी की शादी हो चुकी है। जलधार के पास 25 बीघा जमीन थी।

उसके तीन पुत्र और एक बेटी अविवाहित हैं। पुलिस को जांच में पता चला कि मृतक जलधार का चाल-चरित्र और छवि गांव में अच्छी नहीं थी। वह नशे का आदी थी और उस पर गांव में अनेक महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप थे।

जिससे गांव में इस परिवार की बदनामी हो रही थी और जलधार के आपत्तिजनक व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में रोष भी था। गिरफ्तार अरूण ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसी ने बदनामी के डर से बचने के लिए अपने पिता की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की थी। परिवार के अन्य सदस्यों को अरूण की इस घिनौनी हरकत की जानकारी नहीं थी। यह कांड उसने स्वयं किया था।