सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, लखनऊ ने आयोजित की विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी
लखनऊ, 14 मई, 2024: सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, लखनऊ में आयोजित विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी ‘माइंड्स एण्ड मशीन्स’ के पहले दिन की शुरूआत आधुनिक तकनीकों एवं दूरदर्शी वैज्ञानिक प्रगतियों के शानदार अनावरण के साथ हुई।
प्रदर्शनी का उद्घाटन गणमान्य दिग्गजों- श्री सूर्य पाल गंगवार, ज़िला मजिस्ट्रेट, लखनऊ और प्रोफेसर आलोक धवन, डायरेक्टर, सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रीसर्च की मौजूदगी में हुआ था।
पहले दिन उद्घाटन के अवसर पर मौजूद गणमान्य उपस्थितगणों ने सभा को सम्बोधित किया। प्रिंसिपल मिस पूनम कोचिट्टी ने शिक्षा पर टेक्नोलॉजी के बदलावकारी प्रभाव पर विचार प्रस्तुत किए और इस बात पर रोशनी डाली कि आज के दौर में शिक्षा के प्रसार के तरीके में किस तरह बदलाव लाए जाने चाहिए। श्री सूर्य पाल गंगवार ने वैज्ञानिक सूझबूझ के विकास के लिए प्रेक्षण कौशल के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र में हिस्सा लिया तथा वैज्ञानिक अवधारणाओं जैसे इनर्शिया, एंट्रोपी, पोटेंशियल एनर्जी जैसे विषयों और वास्तविक जीवन में इनके प्रभावों एवं अनुशासन के महत्व पर रोशनी डाली।
माननीय अतिथि प्रोफेसर आलोक धवन ने उत्सुकता और बौद्धिक स्वतन्त्रता के महत्व पर विचार प्रस्तुत किए।
उन्होंने बेहतर वैज्ञानिक बनने के लिए विचारों की स्वतन्त्रता एवं जांच के महत्व पर ज़ोर दिया। उद्घाटन समारोह का समापन एक मनमोहक परफोर्मेन्स ‘रेडियोएक्टिव’ के साथ हुआ, जिसमें आज के दौर में तकनीकी क्षमता पर विचार प्रस्तुत किए गए। वाईस प्रिंसिपल श्री पंकज राठौड़ ने सभी प्रतिभागियों, उपस्थिगणों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने पहले दिन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया था।
विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी के दौरान छात्रों द्वारा बनाए गए आकर्षक मॉडल्स प्रस्तुत किए गए। माईनक्राफ्ट से प्रेरित आईटी प्रदर्शनी, सेंसिंग कारें और वर्चुअल असिस्टेन्ट्स कार्यक्रम का आकर्षण केन्द्र रहे।
आईटी डिस्प्ले की बात करें तो इसने आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ दर्शकों का यादगार अनुभव प्रदान किया। विज्ञान प्रदर्शनी में इनोवेशन्स के साथ स्थायित्व के भावी दृष्टिकोण को शामिल किया गया। इसके अलावा वर्किंग मॉडल्स जैसे सस्टेनेबल एयर कंडीशनिंग सिस्टम, हाइड्रोपोनिक्स एवं वर्टिकल फार्मिंग में आधुनिक प्रगति आदि ने इनोवेशन में स्थायित्त्व के महत्व की पुष्टि की।
जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स श्री विनोद मल्होत्रा ने इस आयोजन के लिए स्कूल एवं छात्रों के प्रयासों की सराहना की। जीनोम सिक्वेंसिंग, चिकित्सा में स्टैम सेल के भविष्य, नैनोटेक्नोलॉजी और फोरेंसिक साइंस पर पेश किए गए प्रोजेक्ट्स ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में आधुनिक बदलावों पर रोशनी डाली।
‘‘यह देखकर अच्छा लगा कि हर उम्र के बच्चों ने अपने विचारों को मूर्त रूप दिया और वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों में बदला। एसएजेएस, लखनऊ टेक्नोलॉजी एवं विज्ञान के विकास की दृष्टि से अपने समकक्षों से कहीं आगे है।’’
माइंड्स एण्ड मशीन्स सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरूआत भी ज़बरदस्त उत्साह के बीच हुई। इस अवसर पर सर्जिकल रोबोटिक्स एण्ड एंटरेप्रेन्योरशिप के विशेषज्ञ श्री अवि द्विवेदी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, उन्होंने चिकित्सा विज्ञान में हो रहे आविष्कारों पर उत्सुकता एवं विचार प्रस्तुत किए।
आईटी एवं विज्ञान प्रदर्शनी ने बड़ी संख्या में आगंतुकों को लुभाया, जो युवा शोधकर्ताओं की रचनात्मकता को देखने प्रदर्शनी में पहुंचे। खासतौर पर ऑगमेंटेड रिएल्टी रूम ज़बरदस्त हिट रहा, जिसने आगंतुकों को रोचक अनुभव प्रदान किया।
डीटेल्ड माइनक्राफ्ट गैलेरी को देख बच्चे बेहद उत्सुक दिख रहे थे। विज्ञान प्रदर्शनी में खेती से लेकर अंतरिक्ष अन्वेषण तक सभी पहलुओं को कवर किया गया। छात्रों ने अपने प्रोजेक्ट्स जैसे डीसलाइनेशन सेटअप, वैन डी ग्राफ जनरेटर आदि के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अन्य स्कूलों के छात्र भी मौजूद रहे।
कुल मिलाकर माइंड्स एण्ड मशीन सम्मेलन शिक्षा, खोज और मौज-मस्ती का बेहतरीन संयोजन साबित हुआ, जिसे विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में भावी प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया।