हिण्डाल्को में आयोजित हैप्पीनेस विषयक प्रशिक्षण कार्यशाला में गूंजा “प्रसन्नता का मूलमंत्र सकारात्मक सोच में”
सोनभद्र,रेणुकूट के हिण्डाल्को ऑडिटोरियम में हैप्पीनेस एंड इमोशनल वेलबींग विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। हिण्डाल्को के सीओओ एन. नागेश के सम्बोधन के साथ कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। पहले दिन स्टाफ कर्मचारियों, दूसरे दिन मिडिल मैनेजमेंट के अधिकारियों तथा अंतिम दिन महिला कर्मचारियों के लिए आयोजित इस कार्यशाला में 200 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। मुंबई से आई प्रशिक्षक -लाइफ एवं बिहेवियर कोच देबोलीना दत्ता ने बड़े ही रोचक ढंग से पेशेवर एवं व्यवहारिक जीवन में नेगेटिविटी दूर कर तनाव मुक्त रहते हुए कैसे ग्रोथ माइंडसेट के साथ आगे बढ़ा जाए, इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। सत्र के प्रथम दिन सी ओ ओ नागेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि कंपनी को सुदृढ़ और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए चिंता मुक्त रहना होगा। इसके लिए संयमित खान-पान के साथ एक्सरसाइज़ एवं योग को प्राथमिकता देनी होगी। चूंकि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है इसलिए जरूरी है कि शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत रहा जाए। वहीं अंतिम दिन महिलाओं हेतु आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए हिण्डाल्को के ग्रुप सी एचआरओ समिक बसु ने सत्र की सराहना करते हुए कहा कि कार्यशाला के माध्यम से मन को शांत व एकाग्रचित रखने, शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि करने, कार्यकुशलता बढ़ाने , जीवन को तनावमुक्त व संयमित रखने में मदद मिलेगी। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने सकारात्मकता को ही प्रसन्नता एवं सफलता का मूलमंत्र बताया। इसी के साथ उन्होंने संस्थान में लागू परिवर्तन, समूह के उद्देश्य पर भी अपने विचार प्रस्तुत किये। सत्र के दौरान अनेक विषयों पर चर्चा हुई जिसमें विकास की मानसिकता, मेडिटेशन, एन्जायटी मैनेजमेंट, एंगर मैनेजमेंट, रीज़न बिहाइंड ए हैप्पी लाइफ, वर्क लाइफ बैलेंस, नॉलेज शेयरिंग, लीडरशिप इफेक्टिवनेस, अवेयरनेस बिल्डिंग, इमोशनल इंटेलिजेंसी, कम्युनिकेशन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान कई तरह की एक्टिविटी भी करवाई गई जिसे रियल लाइफ प्रॉब्लम्स से जोड़ कर उसके समाधान पर बात की गई। इस अवसर पर एचआर विभाग की वरिष्ठ अधिकारी वनिता वासनिक, परनीत सिंह, हेमराज, प्रीति नायर एवं देवाशीष नायक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र