रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली के 11 प्रोफेसर्स को मिली कुल एक करोड़ से अधिक की रिसर्च ग्रांट
बरेली,26 सितम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के लिए आज का दिन अत्यंत खुशी देने वाला एवं महत्वपूर्ण दिन बनकर उभरा। आज विश्वविद्यालय के शिक्षकों को वित्तीय वर्ष 2024-25 में सेंटर आफ एक्सीलेंस हेतु प्रोजेक्ट आवंटित किए गए हैं। इसके अंतर्गत गणित विभाग के प्रोफेसर मदन लाल को 9,40,000 रु की ग्रांट, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के डॉ अतुल सरोजवाल को 11 लाख रुपए की, रसायन शास्त्र विभाग के प्रोफेसर एस के पांडे को 1,50,000 रुपए की, फार्मेसी विभाग के डॉ सौरव मिश्रा को 9,40,000 रू, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के डॉ देश दीपक शर्मा को 12 लाख रुपए की, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग के डॉ मुकुल कुमार गुप्ता को 11,40,000 की, कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर विनय ऋषिवाल को ₹ 3,85,000 की तथा एनिमल साइंस विभाग की डॉ आभा त्रिवेदी को चार लाख 80 हजार रुपए की ग्रांट स्वीकृत की गई है।
इसके अतिरिक्त भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर सुधीर कुमार को, फार्मेसी विभाग के डॉक्टर अमित कुमार वर्मा एवं कंप्यूटर साइंस विभाग की डॉक्टर प्रीति यादव को भी प्रोजेक्ट हेतु बड़ी धनराशि उपलब्ध किया गया है। यह सभी शिक्षक अपने-अपने विषयों पर शोध को आगे बढ़ाएंगे।
इस पुनीत अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने प्रोजेक्ट प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों की एक बैठक आहूत की एवं विस्तार से उनके शोध के विषयों को एवं समाज को उससे होने वाले लाभ के विषय में चर्चा की। कुलपति जी ने कहा कि शोध कार्य का लाभ जब तक सामान्य जन तक नहीं पहुंचता तब तक वह शोध केवल प्रकाशन मात्रा बन कर रह जाता है इसलिए हमें आगे आकर समाज एवं देश के लिए उपयोगी शोध को आगे बढ़ना होगा। विज्ञान निरंतर मनुष्य के जीवन स्तर को एवं उसकी आवश्यकताओं को पूर्ति करने के लिए तत्पर रहता है एवं समस्त शोध कार्य समाज एवं देश के हित को ध्यान में रखकर ही किए जाने चाहिए।
कुलपति महोदय ने सभी प्रोजेक्ट पाने वाले शिक्षकों को पुष्प देकर सम्मानित भी किया एवं प्रेरित किया कि वह निरंतर तालीनता से अपने कार्य को आगे बढ़ाएं एवं छात्र हित को सर्वोपरि रखें।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट