2047 तक भारत इस बीमारी से हो जाएगा पूरी तरह मुक्त, सरकार ने बनाया प्लान
नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश किया. इस बजट से विशेषज्ञों को स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार को लेकर बड़ी आशा है. निर्मला सीतारमण ने बड़ी घोषणा करते हुए 2047 तक भारत को सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. वित्त मंत्री ने कहा कि 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के लिए एक मिशन शुरू किया जाएगा, जिसमें जागरूकता निर्माण, प्रभावित जनजातीय क्षेत्रों में 0-40 वर्ष की आयु के 7 करोड़ लोगों की सार्वभौमिक जांच और केंद्रीय मंत्रालयों व राज्य सरकारों के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से परामर्श शामिल होगा.
निर्मला सीतारमण ने आगे घोषणा की है कि सहयोगी अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए चुनिंदा आईसीएमआर प्रयोगशालाओं में सुविधाएं सार्वजनिक, निजी मेडिकल कॉलेज फैकल्टी और निजी क्षेत्र की शोध टीमों द्वारा अनुसंधान के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने घोषणा की कि फार्मास्यूटिकल्स में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नया कार्यक्रम उत्कृष्टता केंद्रों के माध्यम से शुरू किया जाएगा और उद्योग को भी प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि भविष्य की चिकित्सा तकनीक, उच्च अंत विनिर्माण और अनुसंधान के लिए कुशल जनशक्ति सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल उपकरणों के लिए समर्पित बहु-विषयक पाठ्यक्रम संस्थानों में उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने घोषणा की कि मुख्य स्थानों पर 157 नए नर्सिंग कॉलेज बनाए जाएंगे.
यह एक खून से जुड़ी बीमारी है. शरीर में पाई जाने वाली रेड ब्लड सेल्स गोलाकार होती हैं, लेकिन इस बीमारी में वह हंसिए की तरह बन जाती है. वह धमनियों में रुकावट उत्पन्न करती हैं, जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन व खून की कमी होने लगती है.