सोनभद्र के सिविल लाइन में सड़क के दोनों किनारों पर लगे लाल निशान ने बढ़ाई कईयों की धड़कनें, अतिक्रमण की जद में आए डेढ़ दर्जन पॉश बिल्डिंगों पर बुलडोज़र चलने की आशंका
सोनभद्र, जनपद मुख्यालय के सिविल लाइंस मेन रोड के दोनों किनारों पर मंगलवार को पीडब्ल्यूडी, नगरपालिका और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा नापी के बाद लगाए गए लाल निशान ने कईयों की धड़कनें बढ़ा दी है। अतिक्रमण की जद में आने वाले अनेक लोगों का सीधा संपर्क सत्तापक्ष और प्रमुख विपक्षी दल से बताया जा रहा है। मंगलवार को चलाए गए नापी अभियान में सड़क के मध्य से दोनों तरफ 46-46 फीट अर्थात् 92 फीट नापा गया। बताया जा रहा है कि नापी के दौरान लगभग दो दर्जन निर्माण अतिक्रमण की जद में आए हैं। इसमें से कई भवनों को पॉश बिल्डिंग कहा जाता है।
ज्ञातव्य है कि सिविल लाइंस रोड पर अतिक्रमण वर्षों से बड़ा मसला बना हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में इस रोड पर चलाए गए अतिक्रमण हटाने के अभियान को, राजधानी से आए एक संदेश ने रोक दिया था। उसके बाद भाजपा राज में भी कई बार सिविल लाइंस रोड के अतिक्रमण को हटा कर, सड़क चौड़ा करने की सुगबुगाहट सामने आती रही है लेकिन मामला सिर्फ नापने तक ही रहा। पिछले नगर निकाय कार्यकाल में जिले के आधे निकायों में बुलडोजर चला लेकिन मुख्यालय पर यह कवायद भी सिर्फ नापने तक ही रह गई। अब जब नगरपालिका में नए बोर्ड के गठन की प्रक्रिया हो गई है तो एक बार फिर से नापी शुरू हो गई है।लेकिन पता चला है कि इस बार के अभियान की शुरुआत सीधे डीएम के निर्देश पर हो रही है। मंगलवार को दोपहर बाद, जब जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह के निर्देश पर राजस्व विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका की संयुक्त टीम नापी के लिए सिविल लाइंस रोड पर उतरी तो हड़कंप मचने की स्थिति बन गई। स्वर्णजयंती चौक से लेकर कचहरी चौक तक चले अभियान में लगभग दो दर्जन निर्माण किसी न किसी रूप में अतिक्रमण की जद में पाए गए।
इस क्रम में जहां एक चर्चित होटल के प्रवेश द्वार पर दीवार से सटाकर लाल निशान लगाया गया। वहीं, सिविल लाइंस रोड के मध्य से दोनों तरफ 46-46 फीट की कराई गई नापी में, कहीं फ्रंट निर्माण तो कहीं पोर्च के हिस्से अतिक्रमण की जद में मिले। अभियान में शामिलअधिकािरयों-
कर्मचारियों का कहना था कि जिनके निर्माण या पोर्च की एरिया अतिक्रमण में पाई गई है उन्हें नोटिस जारी की जाएगी जिसको निर्धारित समयावधि में अतिक्रमण न हटाने पर, अतिक्रमणरोधी कार्रवाई की जाएगी।
टीम में राजस्व विभाग की तरफ से लेखपाल दुर्गेश पांडेय,नगरपालिका की तरफ से जलकल प्रभारी विमलेश,पीडब्ल्यूडी की तरफ से जेई ओम तिवारी, कर्मचारी विंध्याचल पांडेय सहित अन्य कई शामिल रहे। और जानकारी के लिए एक्सईएन प्रांतीय खंड शैलेष कुमार ठाकुर से संपर्क का प्रयास असफल गया।
अभी तक की स्थितियों को देखते हुए यही माना जा रहा है कि सिविल लाइंस रोड पर अतिक्रमण हटा पाना जहां प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा वहीं सत्तापक्ष से जुड़े पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सहित कुछ अन्य दिग्गजों के निर्माण को देखते हुए, अभियान पर चर्चाएं जोरों पर जारी हैं।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र