शान्ति दिवस के रुप में मनाएं जश्ने ईद मीलादुन्नबी : दरगाह प्रमुख
बरेली , 28 सितंबर। दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियॉ साहब का पैगाम सोशल मीडिया आदि पर जारी करते हुए मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी साहब ने कहा कि दुनियाभर के आशिक़ाने नबी के लिए बारह रबीउल अव्वल का दिन बहुत मुबारक और अहम है,यह ईद का ऐसा दिन है कि जिस के सदक़े हमें दुसरे ईद के दिन मिले,हमें हर नेमत व अज़मत और ईमानी दौलत इसी दिन के सदक़े मिली,इस दिन इन्सानियत को उसका सही हक़ मिला और अमन व शान्ति का बातावरण व माहौल दुनिया को हासिल हुआ,महिलाओं,बच्चियों,बेवाओं,
यतीमों,मजलुमों और पिछड़ों को उनके अधिकार प्राप्त हुए,मानवाधिकार और मानवतावाद को बढावा मिला,इस लिए इस
दिन को शान्ति दिवस के रूप में मनाते हुए मुस्लिम समाज को अपने पैगम्बर के यौमे मीलाद पर मानवतावाद को आगे रखने,,नफरत के खातमे और आपसी सौहार्द को बढावा देने का संकल्प लेना चाहिए, हम सब अपने मज़हब,मसलके आलाहज़रत और अपने देश के उत्थान के लिए कार्य करने का प्रयास करें,देश में भाई चारे की फिजा कायम करने का बीडा उठाएं।जो लोग नफरत फैला कर देश का नाम विश्व स्तर पर खराब करने का नापाक मंसुबा बना रहे हैं आप मोहब्बत के फुल बांट कर उनके मंसूबे नाकाम बनाएं,जो लोग अपने सियासी और दुनियावी फायदे के लिए हिन्दुस्तानियों के दरम्यान दुरियां और नफरत पैदा कर के आपस में टकराव पैदा करते हैं और फितना व फ़साद फैलाने का प्रयास करते हैं उन्हे हरगिज कामयाब ना होने दें और टकराव व फसाद की फिजा ना बनने दें,आपस की दुरियां खत्म करें,मजहबे अहले-सुन्नत अर्थात मसलके आलाहज़रत पर कायम रहते हुए अपने नबी से सच्ची मोहब्बत रखें,इशक़े नबी को अपनी सब से बडी दौलत जानें,शरिअत पर मजबूती से जमे रहें,अल्लाह हम सब के ईमान व अकीदे और हम सब की जान-माल, इज्जत व आबरू और हमारी नस्लों के ईमान व अकाइद की हिफाजत फरमाए ।