टेलिकॉम इक्विपमेंट के दाम बढ़ने से रिचार्ज प्लान्स हो सकते है और महंगे
नई दिल्ली : टेलिकॉम इक्विपमेंट की कीमत में इजाफा होने की वजह से यह कई तरह से मोबाइल यूजर्स को प्रभावित कर सकता है. दरअसल, PCBA पर ज्यादा ड्यूटीज लगने की वजह से टेलिकॉम इक्विपमेंट की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. ऐसे मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर सकता है और इससे ऑपरेशनल कॉस्ट में भी इजाफा होगा. शॉर्ट टर्म के लिए टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ और महंगे कर सकती हैं. इतना ही नहीं, 5G रोल आउट की रफ्तार भी धीमी पड़ेगी।
टेलीकॉम ऑपरेटर को इसकी वजह से ऑपरेशन में ज्यादा कीमत खर्च करनी पड़ सकती है. इसकी वजह से कस्टमर को ज्यादा सर्विस चार्ज या महंगे टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है. COAI की तरफ से मांग की गई थी की ड्यूटी को घटा कर जीरो कर दिया जाए ताकि 5G रोल आउट में तेजी आ सके. बाद में अलग अलग सेक्टर्स को ध्यान में रख कर ड्यूटी में बढ़ोतरी की जा सकती है. हालांकि ऐसा नहीं हुआ और इस बजट में ड्यूटी को बढ़ा दिया गया है।
PCBA में इजाफा होने के बाद भारत में टेलीकॉम सेक्टर के नेटवर्क के विस्तार में मुश्किलें आ सकती हैं, क्योंकि इसकी वजह से नेटवर्क एक्पेंशन का काम महंगा हो जाएगा और नेटवर्क का काम धीमा हो सकता है. भारत में 5G के ज्यादा इक्विप्मेंट्स नहीं बनते हैं, इसलिए अब 5G रोलआउट में भी देरी देखने को मिल सकती है।
PCBA में इजाफा होने की वजह से Inrastructure Development में देरी देखने को मिल सकती है. ऐसे में मोबाइल सर्विस की क्वालिटी और कवरेज भी प्रभावित हो सकता है. इसका खास असर ग्रामीण और दूसरी क्षेत्रों में पड़ सकता है।
PCBA की ड्यूटीज में इजाफा होने की वजह से ऑपरेटर इनवेस्टमेंट प्लान को कुछ समय के लिए टाल सकते हैं. वहीं लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर पड़ेगा भारी असर, PCBA ड्यूटीज में इजाफा होने के बाद लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा मिल सकता है. हालांकि उसे डेवलप करने में थोड़ा समय लगेगा।
PCBA ड्यूटीज में इजाफा होने के बाद से डिवाइस की कीमत में इजाफा देखने को मिल सकता है. इसके अलावा टेलीकॉम कंपनियां भी अपनी सर्विस को महंगा कर सकती हैं. ऐसे में आम भारीतय को फोन इस्तेमाल करना महंगा पड़ सकता है।
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के डायरेक्टर जनरल SP कोचर ने बजट से पहले कहा था कि बीते साल 5-6 साल के दौरान, भारत सरकार ने टेलीकॉम इक्विपमेंट पर 20 पर्सेंट तक का इजाफा किया है. ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है और इसका सीधा असर 5G सर्विस के रोलआउट पर देखने को मिलेगा. हाल ही में उन्होंने कहा कि कुछ टेलीकॉम इक्विपमेंट पर लगने वाले कस्टम ड्यूटीज पर छूट दी जाए. कोचर ने आगे कहा कि सरकार को 4G और 5G नेटवर्क प्रोडक्ट पर से कस्टम ड्यूटीज को कम करना चाहिए. इसके साथ अन्य संबंधित आइटम से भी ड्यूटीज को कम करना चाहिए।