संभल में मस्जिद या हरिहर मंदिर? आज सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में होगी पेश, हाई अलर्ट पर पुलिस
संभल: उत्तरप्रदेश के संभल में आज यानी 29 नवंबर को जहां शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा करने के मामले में सिविल जज सीनियर डिविजन संभल स्थित चंदौसी की कोर्ट में पहली सुनवाई होगी। वहीं आज के ही दिन इस बाबत सर्वे रिपोर्ट अदालत में दाखिल किए जाने की संभावना है। ऐसे में आज संभल में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं।
जानकारी दें कि, बीते रविवार को शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने जुमे (शुक्रवार) की नमाज से एक दिन पहले बीते गुरुवार को को मस्जिद के पास के इलाकों में फ्लैग मार्च किया था। पुलिस ने बताया कि संभल शहर में जनजीवन पटरी पर आ रहा है। लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिये गुरुवार को अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र के नेतृत्व में पुलिस दल ने व्यस्त बाजारों में गश्त किया। रविवार को हुई हिंसा के बाद संभल नगर की ज्यादातर दुकानें पहली बार खुली।
वहीं आज संभल में जुमे की नमाज के साथ-साथ जामा मस्जिद की सर्वेक्षण रिपोर्ट भी अदालत में पेश की जानी है, इसे लेकर मुस्लिम और हिंदू पक्ष के वकीलों ने तैयारी पूरी कर ली है। हिंदू पक्ष के वकील श्रीगोपाल शर्मा ने आज अदालत में सुनवाई और ‘एडवोकेट कमिश्नर’ द्वारा जामा मस्जिद की सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किये जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”मुस्लिम पक्ष को जवाब देना है। उसके बाद हम प्रत्युत्तर देने की तैयारी करेंगे। मुस्लिम पक्ष के जवाब देने के बाद ही हम अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे।” वहीं, मुस्लिम पक्ष के वकील शकील अहमद वारसी ने बताया, ”हमारी पूरी तैयारी है। हमारे पास अपना पक्ष साबित करने के पूरे सुबूत हैं जिन्हें हम अदालत में पेश करेंगे।”
इस बीच, शाही जामा मस्जिद के इमाम आफताब हुसैन वारसी ने उम्मीद जताई कि संभल में जल्द ही पहले की ही तरह अमन कायम होगा। उन्होंने कहा, ”अल्लाह अमन शांति कायम रखें जैसे पहले थी। मुझे उम्मीद है कि सब जल्दी ही सही हो जाएगा।” संभल के शहर काजी कारी मोहम्मद अलाउद्दीन अजमली ने कहा, ”मैं संभल के लोगों से अपील करता हूं कि सभी लोग अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों में नमाज पढ़ें। शहर में आसपास के गांव से और बाहर से आने वाले लोग अपने-अपने इलाके की मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें।”
जानकारी दें कि, संभल में अदालत के आदेश पर बीते 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किये गये सर्वेक्षण के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया है उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था। वहीं बीते रविवार को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किये जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गयी थी तथा 25 अन्य जख्मी हो गये थे। सर्वेक्षण रिपोर्ट आज अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है।
इस बीच, पुलिस रविवार को हुई हिंसा की जांच कर रही है। मामले में तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद घटना में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 31 हो गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो हिंसा के मामले में फैजान, मोहम्मद अली और रेहान को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके कब्जे से 300 देसी बंदूकें, तीन खोखे और सात गोलियां भी बरामद कीं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए 30 टीम बनाई गई हैं। कोट गर्वी इलाके से कथित दंगाइयों की 100 से ज्यादा तस्वीरें जारी की गई हैं। संभल में बाजार और स्कूल फिर से खुलने के बावजूद बीते बुधवार को ‘एहतियाती उपाय’ के तौर पर इंटरनेट पर पाबंदी की अवधि को 48 घंटे के लिए और बढ़ा दिया गया था।
जानकारी दें कि, बीते रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गयी थी। उनकी पहचान नईम, बिलाल, नोमान और कैफ के रूप में हुई है। पुलिस ने इस मामले में सात मुकदमे दर्ज कर अब तक 31 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक मुकदमे में संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और संभल सदर सीट से पार्टी के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद किया गया है।