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महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय ने होटल प्रबंधन शिक्षा में राष्ट्रीय पहचान हासिल की


बरेली, 25 मार्च। उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के विजनरी नेतृत्व और मार्गदर्शन में, तथा राजभवन के सम्मानित अधिकारियों के अटूट समर्थन से, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय(एमजेपीआरयू), बरेली ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय को प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) द्वारा वर्ष 2025 के लिए भारत के शीर्ष होटल प्रबंधन संस्थानों में 35वां स्थान प्रदान किया गया है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवोन्मेषी शोध और छात्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के नेतृत्व, शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह के कुशल निर्देशन में, एमजेपीआरयू ने लगातार अपने शैक्षणिक मानकों को ऊंचा उठाने, उद्योग-प्रासंगिक कौशल को बढ़ावा देने और समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने का प्रयास किया है। आईआईआरएफ द्वारा यह मान्यता विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और हॉस्पिटैलिटी एवं प्रबंधन क्षेत्रों में भविष्य के नेताओं को तैयार करने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
अपने बयान में, कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह उपलब्धि महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय के लिए एक गर्व का क्षण है और हमारे शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतिबिंब है। हम शिक्षा और शोध के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और आईआईआरएफ द्वारा यह मान्यता हमें और अधिक प्रयास करने के लिए प्रेरित करती है। हमारा ध्यान छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने पर केंद्रित है।”
विश्वविद्यालय के होटल प्रबंधन कार्यक्रम को इसके नवोन्मेषी पाठ्यक्रम, अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर जोर देने के लिए सराहा गया है। उद्योग जगत के नेताओं के साथ सहयोग को बढ़ावा देने और छात्रों को “कमाएं और सीखें” (Earn while Learn) के अद्वितीय अवधारणा के तहत व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके, एमजेपीआरयू ने खुद को हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में उभरते पेशेवरों के लिए एक केंद्र के रूप में स्थापित किया है। इस कार्यक्रम की सफलता शिक्षकों के समर्पित प्रयासों का भी परिणाम है, जिन्होंने छात्रों को मार्गदर्शन देने और उन्हें उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए प्रेरित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आईआईआरएफ द्वारा यह मान्यता न केवल एमजेपीआरयू की एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में बढ़ती प्रतिष्ठा को उजागर करती है, बल्कि भारत में उच्च शिक्षा के भविष्य को आकार देने में इसकी भूमिका को भी रेखांकित करती है। विश्वविद्यालय शैक्षणिक उत्कृष्टता, शोध और नवाचार को बढ़ावा देने तथा छात्रों में उद्यमिता और सामाजिक जिम्मेदारी की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध है।
एमजेपीआरयू इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मनाते हुए शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने और मानक स्थापित करने के अपने संकल्प को दोहराता है। विश्वविद्यालय माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन और कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह के नेतृत्व में उत्कृष्टता के अपने सफर को जारी रखने के लिए तत्पर है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट