विश्व रक्तदाता दिवस पर आप भी निभाएं जिम्मेदारी और करें रक्तदान : डा.मिलन जायसवाल, एसआरएमएस मेडिकल कालेज

बरेली,13जून। एसआरएमएस मेडिकल कालेज स्थित ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड प्रोफेसर (डा.) मिलन जायसवाल के अनुसार ब्लड डोनेट करने से दिल की सेहत में सुधार और वजन नियंत्रण के साथ सेहत से जुड़े कई बड़े फायदे होते हैं। यह रक्तदाता के शरीर और मन दोनों पर अच्छा प्रभाव डालता है। इसलिए इसके फायदों से लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। लखनऊ ट्रिब्यून से विशेष साक्षात्कार में डा. मिलन ने बताया कि अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक या 65 से कम है और आपका हीमोग्लोबिन स्तर 12.5 ग्राम/ डीएल है, तो आप भी ब्लड डोनेट कर सकते हैं। पहली बार ब्लड डोनेट करने वालों की उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। गर्भावस्था और स्तनपान कराने जैसी कुछ स्थितियों को छोड़कर महिलाएं भी रक्तदान कर सकती हैं। उन्होंने संदेश दिया कि 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पर एसआरएमएस मेडिकल कालेज में आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में आएं और एक यूनिट ब्लड डोनेट कर जरूरतमंद लोगों की जिंदगी बचाने के साथ अपनी सेहत के लिए कदम उठाएं। आपके रक्त से प्लाज्मा, प्लेटलेट और लाल रक्त कोशिकाओं को अलग कर तीन जिंदगियां बचाई जाती हैं। इससे कोई परेशानी नहीं होती और न ही कोई साइड इफेक्ट होता है। डा.मिलन ब्लड डोनेट करने के चुनिंदा फायदे बताती हैं।
1- दिल की सेहत में सुधारः रक्तदान आपके दिल की सेहत को सुधारने के साथ दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है। माना जाता है कि खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के खतरे को बढ़ा सकती है। नियमित रक्तदान से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित होती है, जो दिल की सेहत के लिए अच्छा है।
2- रेड सेल्स प्रोडक्शन- रक्तदान के बाद आपका शरीर खून को पूरा करने के काम में लग जाता है। इससे शरीर की कोशिकाएं ज्यादा लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए प्रेरित होती हैं, जो आपकी सेहत को सुधारता है और शरीर को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है।
3- वजन नियंत्रण- रक्तदान कैलोरी जलाने और वजन को कम करने में भी मदद करता है। लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर अगले कुछ महीने में बराबर हो जाता है। इस बीच स्वस्थ डायट और नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। हालांकि, रक्तदान को वजन कम करने का तरीका नहीं कहा जा सकता है. यह केवल बेहतर स्वास्थ्य का माध्यम है।
4-कैंसर का जोखिम कम- नियमित अंतराल पर रक्तदान से आप अपने शरीर को आयरन की अधिकता से बचा सकते हैं. यह कुछ निश्चित प्रकार के कैंसर के खतरे को भी कम करता है.
5- अच्छी सेहत- नियमित रूप से रक्तदान शरीर की कोशिकाओं को प्रोत्साहित करता है, जिससे शरीर की फिटनेस बेहतर होती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। साथ ही रक्तदान के जरिये एक अच्छा काम करने की सोच संतुष्टि भी देती है। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट