नए साल के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, वरना पूरे साल रहेगी कंगाली और क्लेश

नई दिल्ली: नया साल सिर्फ कैलेंडर बदलने की तारीख नहीं है, बल्कि यह नई उम्मीदों और संकल्पों का आगाज है। ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं में साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को बेहद खास माना गया है। विद्वानों का कहना है कि साल के पहले दिन किया गया हर कार्य आपके आने वाले 365 दिनों की दशा और दिशा तय करता है। यही वजह है कि शास्त्रों में इस दिन कुछ खास कामों को करने की सख्त मनाही है। मान्यता है कि अगर साल के पहले दिन घर में क्लेश, वाद-विवाद या रोना-धोना होता है, तो पूरा साल मानसिक तनाव और नकारात्मकता में बीत सकता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि इस दिन हंसते-मुस्कुराते रहें, वाद-विवाद से बचें और बड़ों का आशीर्वाद लेकर दिन की शुरुआत करें, क्योंकि आपकी मानसिक स्थिति ही साल भर का माहौल तय करेगी।
काले कपड़ों और कर्ज से बनाएं दूरी
आर्थिक समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा के लिहाज से भी साल का पहला दिन बहुत महत्वपूर्ण है। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक, 1 जनवरी को न तो किसी को पैसा उधार देना चाहिए और न ही किसी से कर्ज लेना चाहिए। ऐसा करने से साल भर आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है और धन का प्रवाह रुक सकता है। इसके अलावा, कपड़ों के रंगों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। चूंकि काला रंग अक्सर नकारात्मकता या शोक का प्रतीक माना जाता है, इसलिए साल के पहले दिन इसे पहनने से बचना चाहिए। इसकी जगह लाल, पीले, सफेद या अन्य चमकीले रंगों के कपड़े पहनने चाहिए, जो सकारात्मकता और सौभाग्य के प्रतीक माने जाते हैं।

शाम को घर में न रखें अंधेरा
शाम के समय घर के वातावरण को लेकर भी विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। कहा जाता है कि रोशनी सौभाग्य और मां लक्ष्मी का प्रतीक है। इसलिए नए साल की पहली शाम को घर के किसी भी कोने में अंधेरा नहीं रहने देना चाहिए। घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थल पर दीपक जरूर जलाएं और घर को रोशनी से जगमगा कर रखें। माना जाता है कि अंधेरा दरिद्रता और आलस्य को न्योता देता है। कुल मिलाकर, मान्यताओं के अनुसार नए साल का स्वागत पूरी सकारात्मकता, रोशनी और खुशी के साथ करना चाहिए ताकि आने वाला पूरा साल सुख-समृद्धि से भरा रहे।

