श्रद्धालुओं की सीमित संख्या में राम दरबार का दर्शन शुरू
डा विशाखा श्रीवास्तव
अयोध्या। अयोध्या के राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित राम दरबार में दर्शन की मांग का दबाव बढ़ते देख कर आम श्रद्धालुओं के लिए भी दर्शन विशेष पास पर सीमित संख्या में शुरू हो गया है। अभी ट्रायल किया जा रहा है एक साथ एक बार कितने श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की अनुमति दी जाए। वैसे रोजाना एक हजार श्रद्धालुओं को विशेष पास पर दर्शन करवाने का प्लान तैयार किया गया है। पिछले दिनों मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र और मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के बयानों में मतांतर के चलते राम दरबार में दर्शन शुरू करने की तिथि को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी।चंपत राय सुरक्षा का हवाला देकर बरसात के बाद दर्शन शुरू करने की बात कर रहे थे तो नृपेंद्र मिश्र ने 10दिनो के अंदर आमजन के लिए दर्शन शुरू करने का बयान दिया था। हांलांकि मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन की घोषणा को ध्यान में रखकर त्वरित गति से सीढिय़ों के किनारे रेलिंग लगवा दर्शन शुरू कर दिया गया है।मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डा अनिल मिश्र ने बताया कि अभी 20फुट ऊंचाई तक बनी 40सीढियों के एक साइड पर रेलिंग का काम पूरा होने के साथ एक ही साइड से पासधारी दर्शनार्थियों को राम दरबार में दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। दोनो तरफ रेलिंग का काम पूरा होने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।एक साथ अधिकतम 100श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा जा रहा है।वह भी राम दरबार के दर्शन के विशेष पास के साथ। राम दरबार के दर्शन पास के स्लाट भी राम लला के दर्शन स्लाट के मुताबिक तय किए गए हैं ।
बुजुर्ग, दिव्यांग व प्रेगनेंट महिला को करना होगा इंतजार -उन्होंने बताया कि अभी बुजुर्गो, दिव्यांगजनों प्रेगनेंट महिलाओं व बच्चों को राम दरबार के दर्शन के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। सुरक्षा के मद्देनजर इनके लिए 3लिफ्ट का निर्माण किया जा रहा है।जिनके स्ट्रक्चर खड़े हो गए हैं।जिस तरह से लिफ्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है ।उससे उम्मीद है कि एक दो माह में लिफ्ट का ट्रायल के बाद संचालन शुरू हो जाएगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम -राम दरबार दर्शन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बहुत सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा जा रहा है वह भी केवल रेलिंग लगे साइड से । सीढिय़ों की दूसरी साइड पर रेलिंग लगाने का काम पूरा किया जा रहा है।उसके बाद पूरी सीढ़ी से लोग दर्शन के लिए जा सकेंगे।
दूसरे तल का निर्माण अंतिम चरण में -उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मंदिर के दूसरे तल पर भी निर्माण कार्य अंतिम चरण में चरण में चल रहा है। जिसमें पत्थरों पर रगड़ाई और फिनिशिंग का काम चल रहा है। अक्टूबर तक मंदिर के शीर्ष शिखर सहित अन्य मंदिरों के शिखरों पर ध्वज फहराया जाएगा।इसी के मंदिरों के निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा। दिसंबर 2025तक अन्य छोटे मोटे काम भी परिसर में पूरे कर लिए जाएंगे।
