नवमी एवं दशहरा पर्व पर कानून व्यवस्था बनाये रखने के संबंध में बैठक हुई सम्पन्न
बरेली, 05 अक्टूबर। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कल रामनवमी एवं दशहरा पर्व पर कानून व्यवस्था बनाये रखने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक विकास भवन स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में आयोजक समितियां भी सम्मिलित हुई और उनके द्वारा आयोजन को लेकर अपनी समस्याएं पुलिस प्रशासन के समक्ष रखी, जिनका निस्तारण किये जाने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित अधिकारियों को दिये गये।
बैठक में आयोजकों द्वारा बताया गया कि जोगी नवादा में जहां पूर्व में रामलीला आयोजित की जाती थी अब वहां नगर निगम द्वारा नगर वाटिका बनायी जा रही है। नगर निगम द्वारा रामलीला हेतु दूसरा स्थान चिन्हित कर दिया गया है, उस स्थान को लेकर कुछ समस्याएं हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि नगर निगम व सम्बंधित उप जिलाधिकारी आयोजकों के साथ जाकर समस्या का निस्तारण करायें।
बैठक में जिलाधिकारी ने उक्त आयोजनों को सकुशल सम्पन्न करवाने हेतु निर्देश दिये कि आयोजनों में प्रतिमा का साईज इतना रखा जाये, जिससे विसर्जन के दौरान और शोभायात्रा में असुविधा ना हो। प्रतिमाओं को विसर्जन नदियों में ना करके बल्कि अलग से गड्ढा खोदकर उसमें किया जाये क्योंकि एनजीटी की ओर से यह प्रतिबंधित है।
बैठक में निर्देश दिये गये कि रावण आदि पुतलों में ऐसे पटाखों का इस्तेमाल ना किया जाये जो बहुत दूर तक जाते हो, जिससे आस-पास की आबादी या घर प्रभावित ना हो। मेला स्थलों पर इलेक्ट्रिकल सेफ्टी का विशेष ध्यान रखा जाये अन्यथा आयोजक की भी जिम्मेदारी तय की जायेगी। आयोजन की अनुमति लेने के बाद पूरी जिम्मेदारी के साथ आयोजन करें। वालंटियर लगाये, सुरक्षा उपकरणों का भी ध्यान रखें। बैठक में निर्देश दिये गये कि जहां मेलों का आयोजन होगा वहां पटाखे की दुकानें लगती है तो पूरी परमिशन/लाइसेंस/सेफ्टी की गाइडलाइन के बिना ना लगे। अन्यथा की स्थिति में आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में निर्देश दिये गये कि मूर्ति स्थापना, विसर्जन, मेला, रावण दहन के स्थलों पर विद्युत विभाग के अधिकारियों की अनिवार्य रुप से लिखित में ड्यूटी लगायी जाये और लाईट जाने की स्थिति में तुरंत ठीक करायी जाये। बैठक में मुख्य अग्निशमन अधिकारी को निर्देश दिये गये आयोजन में खाना आदि बनाने वाले स्थलों व ऐसी दुकानें भी जो खाना बनाने के लिये आग का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिये अलग से स्थान चिन्हित करते हुये लगवाने के लिखित आदेश जारी करें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि सड़कों पर पंडाल ना लगाये, जिससे ट्रैफिक बाधित हो तथा आयोजनों में सीसीटीवी की व्यवस्था अवश्य की जाये। आगमन-निकासी द्वार अलग-अलग बनाया जाये। आयोजन स्थल पर आयोजक अपने वालंटियर तैनात करें और उनको विशेष पहचान पत्र या पहचान चिन्ह भी दें।
बैठक में मुख्य अग्निशमन अधिकारी को निर्देश दिये गये कि विभिन्न प्रकार की आगों से बचाव हेतु एक पम्फलेट तैयार करा के समस्त आयोजकों में वितरण कराया जाये और आग से बचाव के लिये क्या उपाय अपनाए जाएं इसका प्रचार-प्रसार करायें। इलेक्ट्रिकल सेफ्टी/फायर सेफ्टी की दृष्टि से आयोजन स्थल का निरीक्षण भी अवश्य कर लें। आयोजक आयोजन स्थल पर पानी/रेत आदि की व्यवस्था जरूर रखी जाये। जनरेटर की व्यवस्था आयोजन स्थल से थोड़ी दूरी पर रखा जाये। बिजली का तार आदि पंडाल के ऊपर ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाये। विर्सजन स्थल जो चिन्हित है उन्हीं स्थलों पर किया जाये क्योंकि वहां पर व्यापक व्यवस्था की जाती है। रावण के पुतले की हाइट से 20 मीटर का एरिया खाली रखें उसकी बैरिकेटिंग करा दें। आयोजन स्थल के पास यदि कोई रेलवे ट्रैक या तालाब आदि हो तो पूर्व से सूचना दें। विसर्जन स्थल पर पर्याप्त रस्से, आयोजन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था रखें। पीए सिस्टम सक्रिय रखें, ओवर ब्रिज आदि पर से प्रतिमा को विसर्जित ना किया जाये यह आस्था के साथ खिलवाड़ है और दुर्घटना होने की संभावना भी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि कोई समस्या हो तो 112 नम्बर पर फोन करें। खुराफातियों के साथ पुलिस-प्रशासन सख्ती से निपटेगा।
बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 विश्राम सिंह, उप जिलाधिकारी सदर गोविन्द्र मौर्य, एसपी सिटी, एसपी देहात, अपर नगर आयुक्त, आयोजकगण सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट