दिल्ली हादसे के बाद मध्यप्रदेश में ताबड़तोड़ एक्शन, कई बड़े कोचिंग संस्थान सील
भोपाल: दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में स्थित UPSC की तैयार कराने वाली प्रतिष्ठित कोचिंग क्लास में पिछले हफ्ते हुई 3 छात्रों की मौत से पूरा देश स्तब्द है. कई जगहों पर गलत तरीके से चल रही कोचिंग संस्थाओं को सील किया जा रहा है. भोपाल में अवैध तरीके से चल रहीं कोचिंग क्लासेस पर कार्रवाई जारी है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अफसरों को बेसमेंट में चल रही कोचिंग संस्थाओं का निरीक्षण करवाने के निर्देश दिए थे. इसके तुरन्त बाद इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह और भोपाल के कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एक्सन मोड में आ गए. बेसमेंट में चल रही अवैध कोचिंग संस्थानों व लायब्रेरी के निरीक्षण के आदेश दिए. कलेक्टर के आदेश और सीएम के निर्देश से जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने एक्शन लेना शुरू किया.
इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने कुछ स्थानों पर निरीक्षण किया, जिसमें इंदौर के गीता भवन और भवरकुआं व इंद्रपुरी क्षेत्र शामिल हैं. प्रशासन की टीम ने यहां पर चलाई जा रही कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया. इस दौरान बेसमेंट में अवैध तरीके से चली रहीं कोचिंग और लाइब्रेरी को सील किया गया. इंदौर की लगभग 7 लाइब्रेरी और कोचिंग क्लासेस अवैध तरीकों से चलाई जा रही थीं.
भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अवैध तरीकें से चलाई जा रही शहर की कोचिंग संस्थाओं को निरीक्षण के बाद सील करने के आदेश दिए. कलेक्टर के निर्देश के अनुसार, एसडीएम आशुतोष शर्मा की टीम ने शहर के कई कोचिंग संस्थानों में औचक निरीक्षण किया. एसडीएम की टीम ने लगभग आधा दर्जन कोचिंग क्लासों के बेसमेंट को सील किया और कुछ के तो ऑफिस एरिया भी सील किए.
भोपाल में प्रशासन ने जिन संस्थाओं पर कार्रवाई की, उनमें द लैंप क्लासेज, अनएकेडमी सेंटर, रेजोनेंस क्लासेस, स्टेप अप अकादमी, नीट मेंटर, मितेश राठी क्लासेस, फिजिक्स वाला कोचिंग और दुर्रानी क्लासेस शामिल हैं. यहां बिना परमिशन के बेसमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा था. कोटिल्य और औरस कोचिंग के बेसमेंट के साथ ऑफिस भी सील किया.