एसआरएमएस रिद्धिमा के सिम्फनिक आफ इकोज में वाद्ययंत्रों से गूंजे शास्त्रीय राग
बरेली,09 दिसम्बर। एसआरएमएस रिद्धिमा में कल रविवार को रिद्धिमा के वाद्ययंत्र गुरुओं और उनके विद्यार्थियों ने सिम्फनिक आफ इकोज में वाद्ययंत्रों के माध्यम से शास्त्रीय रागों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आरंभ राग पहाड़ी की धुन से रिद्धिमा के वाद्य यंत्रों के गुरुओं ने किया। गाना दिल दिया गल्लां पर वाद्ययंत्र के विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी। द लोकल ट्रेन के छू लो जो मुझे तुम कभी खोज न जाऊं मैं रात दिन पर वाद्य यंत्रों के गुरुओं ने गिटार सीखने वाले विद्यार्थियों को संगत देकर उनमें आत्मविश्वास भरा। साथ ही मेरे सामने वाली खिड़की और चुरा लिया है तुमने जो दिल की धुन को अपने वाद्य यंत्रों से निकाल कर गुरुओं ने श्रोताओं की तालियां बटोरीं। साथ ही ररिवर फ्लोज इन यू गीत के जरिये गुरुओं ने वेस्टर्न सिंफनी को भी पेश किया गुरुओं और विद्यार्थियों ने अलबेला सजन आयो रे के फ्यूजन को राग अहीर भैरव पर प्रस्तुत किया। सिम्फनिक आफ इकोज में इंस्ट्रूमेंट गुरु उमेश मिश्रा (सारंगी), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), अमर नाथ (तबला), सूरज पांडेय (बांसुरी), हिमांश चंद्रा (गिटार), टुकुमनी सेन (की बोर्ड), अनुग्रह सिंह (ड्रम), सुमन बिस्वास (मृदंगम, बोंगो, ढोलक), रॉनी फिलिप्स (सेक्सोफोन), सुरेंद्र (कांगो) और वाद्य यंत्रों के विद्यार्थी नम्रता सिंह, अंकुर तिवारी, संस्कार सिंह, बीना गुलाटी, मंतिका अरोड़ा, गुरांश सिंह, श्रेया प्रभजोत, रिदित अग्रवाल, शितिज अग्रवाल, प्रत्याक्षा कपूर, अथर्व पाठक शर्मा ने अपने प्रदर्शन से श्रोताओं की तालियां बटोरीं। गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे और प्रियंका ग्वाल ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। गायन की विद्यार्थी गरिमा सिंह ने अपनी आवाज से स्वरों का ध्यान लगाने में सहयोग किया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, उषा गुप्ता और शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट