बी.ए. हेल्थ इकोनॉमिक्स एवं एम.ए. फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स में प्रवेश हेतु 21 जुलाई से प्रारंभ होगी काउंसलिंग

बरेली,18जुलाई।हाल के वर्षों में स्वास्थ्य और वित्तीय क्षेत्रों में हो रहे तेजी से बदलावों के कारण छात्रों का रुझान अर्थशास्त्र के उभरते क्षेत्रों की ओर बढ़ा है। विश्वविद्यालय के ताजा पंजीकरण आंकड़ों से स्पष्ट हुआ है कि स्नातक स्तर पर BA हेल्थ इकोनॉमिक्स और परास्नातक स्तर पर MA फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स जैसे पाठ्यक्रमों की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
युवाओं में स्वास्थ्य सेवाओं की आर्थिक संरचना, नीतियों और वित्तीय प्रबंधन के प्रति समझ और रुचि बढ़ी है। हेल्थ इकोनॉमिक्स अब केवल एक शैक्षणिक विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह नीति निर्माण, हेल्थकेयर प्रबंधन, बीमा क्षेत्र और सामाजिक संस्थानों में करियर के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है। वहीं, MA फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स में छात्रों की बढ़ती दिलचस्पी यह दर्शाती है कि वे विश्लेषणात्मक सोच, डेटा-आधारित निर्णय, निवेश रणनीतियों और वित्तीय नीतियों में दक्षता हासिल करना चाहते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने इस बदलाव को शिक्षा जगत के लिए सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा, “आज के समय में अर्थशास्त्र के ये नए क्षेत्र न केवल रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं, बल्कि समाज की जटिल आर्थिक चुनौतियों का समाधान भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि हम छात्रों को उद्योग और नीति निर्माण के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें। विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रमों की उपलब्धता और शैक्षणिक स्तर को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

अर्थशास्त्र विभाग में प्रवेश की पहली चरण की काउंसलिंग 21 जुलाई 2025 को आयोजित की जाएगी। सभी पंजीकृत छात्र विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उपस्थित होकर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

