उत्तर प्रदेश

रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक पद्धतियों के आदान प्रदान के साथ हुआ कल्चरल एक्सचेंज कार्यशाला का समापन

बरेली, 12 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा कुलपति प्रो.के.पी.सिंह जी के संरक्षण और प्रेरणा से संचालित पंचदिवसीय कल्चरल एक्सचेंज कार्यशाला का कल समापन हुआ जिसमें लोकगीत, लोकनृत्य, नाट्य कला, वाद्य यंत्र के साथ-साथ विभिन्न अलग-अलग संस्कृतियों के बच्चों के मध्य अंतरक्रियात्मक गतिविधियां,चर्चाएं तथा सीखने सिखाने की प्रक्रिया भी संचालित हुई। उत्तराखंड की टीम ने संगीत क्लब के सदस्यों के साथ विभिन्न वाद्य यंत्रों को बजाया। आपस में मिल कर कई वाद्ययंत्रों के साथ जुगलबंदी कर जीवंतता लाई। झारखंड के कुमुद और उनके सहयोगी साथियों ने लोक नृत्य का प्रदर्शन भी किया और ज्वारा, पैंघी, झूमर को दिखाया। इसी के साथ कार्यशाला में कर्नाटक, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, बंगाल आदि क्षेत्रों के बच्चों ने आपस में अपने विभिन्न अनुभवों को भी साझा किया कि किस प्रकार इन सांस्कृतिक गतिविधियों से उनके व्यक्तित्व का विकास हो रहा है और धीरे-धीरे उनकी इस क्षेत्र में विचार विस्तार , कौशल, गुण और नव प्रवृतियों के ओर आकर्षण बढ़ता जा रहा हैं। इस कार्यशाला में सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय, डॉ.सविता, डॉ.बिंदु, डा.प्रीति, डॉ.अक्सा,अमन ,स्नेहा,वैष्णवी,अनु, अमित, प्राची,योगेश, ,अमन,प्रेरणा,नेहा,
नंद किशोर, लेखा सिंह, प्रियश्रुति,महिमा प्रतीक्षा, प्रतिष्ठा, राखी अदिति, अलंकृता मनीष, ज्योति, पूजा, मिथुन , अनिल, गीतिका, सुनीता, रेखा रीमा, राधा, रजत, अंशिका, काजल , तपन वर्मा, सिद्धार्थ, आदि का सहयोग रहा।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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