जिलाधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना, क्रियान्वयन, संचालन व प्रबंधन के अनुश्रवण हेतु की समीक्षा बैठक
बरेली, 22 अगस्त। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में कल पशुपालन विभाग की जनपद स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना, क्रियान्वयन, संचालन व प्रबंधन के आदि के सम्बन्ध में समस्त सम्बंधित अधिकारियों को विस्तार से जानकारी देते हुए दायित्वों के निर्वहन करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में विकासखंड स्तरीय, तहसील स्तरीय, एवं जिला स्तरीय समितियां जो गौशालाओं के संचालन हेतु शासन द्वारा बनाई गई हैं के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि विकास खण्ड स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की स्थापना की गयी है जिसमें खण्ड विकास अधिकारी अध्यक्ष, सदस्य के रुप में संबंधित पशु चिकित्साधिकारी उपाध्यक्ष व संबंधित ग्राम प्रधान, संबंधित पशुधन प्रसार अधिकारी, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी (कृषि), संबंधित राजस्व निरीक्षक, ग्राम पंचायत अधिकारी सचिव/सदस्य के रुप में सम्मिलित हैं।
इसी प्रकार तहसील स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति में उपजिलाधिकारी अध्यक्ष व पुलिस उपाधीक्षक, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, तहसीलदार, समस्त नायब तहसीलदार, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, उप संभागीय अधिकारी(कृषि प्रसार) सदस्य तथा उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सदस्य सचिव के रुप में सम्मिलित हैं।
जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष हैं व सदस्य के रुप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, नगर आयुक्त नगर निगम, परियोजना निदेशक (डी.आर.डी.ए.), अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, समस्त उप जिलाधिकारी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई, प्रभागीय वनाधिकारी(सामाजिक वानिकी), जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, डी.डी.एम. (नाबार्ड), सदस्य सचिव मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में मा० जनप्रतिनिधिगण हैं।

मण्डल स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की अध्यक्ष मण्डलायुक्त, सदस्य पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक, स्थानीय निकाय, नगर विकास विभाग के मण्डल स्तरीय शीर्षस्थ अधिकारी, सदस्य सचिव अपर निदेशक पशुपालन विभाग, सदस्य उप निदेशक पंचायती राज विभाग, मुख्य अभियंता, सम्बंधित मण्डल, सिंचाई विभाग, वन संरक्षक वन विभाग, उप निदेशक कृषि विभाग, अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों से संबंधित अन्य सुसंगत विभागों के मण्डल स्तरीय शीर्षस्थ अधिकारीगण हैं।
बैठक में उक्त समितियों के कर्तव्य एवं दायित्व के बारे में विस्तार से चर्चा की गई तथा निर्देशित किया गया कि प्रत्येक समिति प्रतिमाह समीक्षा बैठक कर स्थानीय स्तर पर संचालन में आ रही समस्याओं का निराकरण किया जाना सुनिश्चित करेंगी। इसके अतिरिक्त गौशालाओं के निरीक्षण के लिए नामित नोडल अधिकारी गौशाला का नियमित निरीक्षण करें एवं निरीक्षण में पाई गई कमियों को संबंधित विभागों द्वारा समन्वय स्थापित करते हुए गौशाला पर पाई गई कमियों को सही करना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में निर्देश दिए गए कि सहभागिता में दिए गए गोवंशों का सत्यापन अवश्य करा लिया जाए, जिससे उसी के अनुरूप धनराशि की डिमांड की जाए। गोआश्रय स्थलों पर बाउंड्रीवाल का निर्माण, विद्युतीकरण, अतिरिक्त पशु शेड की आवश्यकता, गोचर भूमि पर हरा चारा बोया जा रहा है या नहीं और हरा चारा गोशालाओं में भेजा जा रहा है या नहीं, जिन गोशालाओं के सम्पर्क मार्ग की स्थिति खराब हो गयी उक्त बिन्दुओं पर निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाए। जिससे उक्तानुसार धनराशि की मांग करते हुए कार्य कराया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी देवयानी, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, उपजिलाधिकारी सदर प्रमोद कुमार, उप जिलाधिकारी आंवला एवं फरीदपुर, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी, नामित नोडल अधिकारी सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
