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डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया : ₹40,000 करोड़ के 6 मेगा प्रोजेक्ट से बदल रहा सरोजनीनगर का भविष्य

लखनऊ। लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा आज केवल विकास की कहानी नहीं लिख रही, यहां हर योजना एक विचार की परिणति है, हर परियोजना एक दृष्टि का विस्तार है। जब भारत आत्मनिर्भरता, डिजिटल नवाचार और हरित तकनीक के युग में कदम रख रहा है, तब सरोजनीनगर उसका जीवंत प्रतीक बन चुका है। इसी क्रम में, सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने क्षेत्र की छह प्रमुख अवसंरचनात्मक परियोजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “यह योजनाएं नहीं, बल्कि युगांतरकारी संकल्प हैं, जो लखनऊ और उत्तर प्रदेश दोनों को नई दिशा देंगे।”

नादरगंज AI City – “जहाँ लिखा जा रहा भविष्य”
भारत की पहली Artificial Intelligence City नादरगंज में आकार ले रही है। लगभग ₹100 करोड़ के निवेश और 40 एकड़ भूमि पर विकसित हो रही यह परियोजना उत्तर प्रदेश को Digital Innovation Hub बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। यह हजारों युवाओं के लिए उच्च-तकनीकी रोजगार का मार्ग प्रशस्त करेगी और नादरगंज को भारत का Digital Brain Centre बनाएगी।

अमौसी Aero City – “जहां सपने छितिज को छुएंगे”
एयरपोर्ट के निकट 1,500 एकड़ में विकसित हो रही Aero City लखनऊ को एक Global Business, Tourism और Convention Hub में परिवर्तित करेगी। इसमें होटल, MICE सेंटर, बिजनेस पार्क और रिटेल ज़ोन जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी, जिससे हजारों रोजगार और निवेश अवसर सृजित होंगे।
यह परियोजना सरोजनीनगर को उत्तर भारत का Gateway of Growth बनाएगी।

अनंत नगर आवासीय योजना – “जहां बसेगा सपनों का लखनऊ”
₹6,500 से ₹10,000 करोड़ तक की लागत से 800 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित अनंत नगर आवास योजना लगभग 1.5 लाख नागरिकों को आवास उपलब्ध कराएगी। आधुनिक सड़कें, केबलिंग, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ यह लखनऊ की सबसे उन्नत हाउसिंग स्कीम बनने की दिशा में अग्रसर है —
जहां सुरक्षा, सम्मान और सुविधा का सुंदर संगम है।

Ashok Leyland EV Plant – “हरियाली, तकनीक और रोज़गार का संगम”
सरोजनीनगर में स्थापित हो रही Ashok Leyland की Electric Vehicle Factory में ₹1,500 करोड़ का निवेश किया जा रहा है।
नवंबर 2025 से यहां 5,000 इलेक्ट्रिक बसों का वार्षिक उत्पादन शुरू होगा। इससे हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे तथा स्थानीय MSME उद्योगों को आपूर्ति-श्रृंखला और सेवा क्षेत्र में बड़ा अवसर मिलेगा। यह फैक्ट्री सरोजनीनगर को उत्तर भारत का ऑटोमोबाइल हब बना देगी।
Defence Industrial Corridor — “आत्मनिर्भर भारत की ढाल”

₹25,000 करोड़ से अधिक निवेश प्रस्तावों के साथ यह परियोजना उत्तर प्रदेश को रक्षा उत्पादन का राष्ट्रीय केंद्र बना रही है। सरोजनीनगर क्षेत्र में BrahMos Missile Integration & Testing Facility जैसी रणनीतिक इकाइयाँ स्थापित हो रही हैं। यह ‘Make in India’ को नई गति देने के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा और तकनीकी स्वावलंबन को भी मज़बूती प्रदान करेगी।

State Capital Region (SCR) Act – “एकीकृत राजधानी, एकीकृत प्रगति”
सरोजनीनगर से उपजी यह परिकल्पना लखनऊ और आसपास के जिलों को एक एकीकृत विकास मॉडल में जोड़ती है। SCR Act के माध्यम से राजधानी क्षेत्र में साझा इंफ्रास्ट्रक्चर, समान निवेश नीति और एकीकृत परिवहन व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल लखनऊ को दिल्ली-NCR जैसी पहचान दिलाएगी, जिसमें सरोजनीनगर पूरे SCR का Growth Engine बनेगा।

₹40,000 करोड़ से अधिक निवेश – लाखों अवसरों का युग आरंभ
इन छह परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत ₹40,000 करोड़ से अधिक है। आने वाले पाँच वर्षों में इनसे लाखों रोजगार, शिक्षा, उद्योग, निवेश और सामाजिक समृद्धि का नया अध्याय खुलेगा।

डॉ. राजेश्वर सिंह का दृष्टिकोण: “सरोजनीनगर अब केवल लखनऊ की विधानसभा नहीं, बल्कि भारत के भविष्य का मॉडल बन चुका है —
जहाँ हर परियोजना का लक्ष्य केवल निर्माण नहीं, बल्कि सशक्तिकरण है।” सरोजनीनगर के ये विकास-संकल्प आज उत्तर प्रदेश के बदलते चेहरे की झलक हैं,
जहाँ योजनाएं नहीं, युगांतरकारी संकल्प आकार ले रहे हैं।

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