उत्तर प्रदेशराज्य

शिक्षा विभाग, एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में व्यक्तित्व विकास सत्र का आयोजन

बरेली, 12मई। एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के शिक्षा विभाग में विगत दिवस एम. एड .चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों हेतु वैल्यू एडेड कोर्स के तहत व्यक्तित्व विकास सत्र का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. संतोष अरोरा, व लाइफ कोच एवम मुख्य वक्ता श्रीमती श्रद्धा खंडेलवाल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। विभागाध्यक्ष प्रो. संतोष अरोरा द्वारा पुष्पगुच्छ देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया । कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रतिभा सागर ने वैल्यू एडेड कोर्स व्यक्तित्व विकास के महत्व को बताते हुए कहा कि एक शिक्षक का व्यक्त्तिव बच्चों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है।
मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थीं प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर एवं माइंडसेट कोच श्रीमती श्रद्धा खंडेलवाल, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक विचारों से उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं शोधार्थियों को जीवन में सकारात्मक सोच की महत्ता से अवगत कराया। मुख्य वक्ता श्रीमती श्रद्धा खंडेलवाल ने अपने वक्तव्य में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला: जैसा मुझे लगता है, वैसा ही जीवन बनता है, अपने अंतरमन की आवाज़ सुनें और उसे समझें, स्वयं के हीरो बनें ,सदैव खुश कैसे रहे । प्रकृति के प्रति आभार एवम् कृतज्ञता का भाव रखें | सकारात्मक पुष्टि को जीवन का हिस्सा बनाएं| उन्होंने बताया कि दिल से जुड़ी दोस्ती, पवित्र सोच और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता व्यक्ति को विशेष बनाती है।जिन्होंने अपने विचारों और उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो . संतोष अरोरा ने की।
कार्यक्रम के अंत में श्रद्धा खंडेलवाल जी को प्रो. संतोष अरोरा ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रतिभा सागर द्वारा किया गया। उन्होंने सत्र एवं श्रद्धा खंडेलवाल के विषय में जानकारी देते हुए कार्यक्रम के सुचारू संचालन और सफलता में विभाग के एम. एड. चतुर्थ सेमेस्टर विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने भी सक्रिय सहयोग एवं भागीदारी के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन शांतनु दुबे ने अत्यंत प्रभावशाली एवं सधे हुए अंदाज़ में किया, जिससे सम्पूर्ण आयोजन को एक उत्कृष्ट रूप मिला। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए न केवल प्रेरणादायक सिद्ध हुआ, बल्कि जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाने की दिशा में एक सशक्त कदम भी रहा।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट