मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में किसान दिवस हुआ सम्पन्न
बरेली, 21नवम्बर। मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश की अध्यक्षता में कल किसान दिवस का आयोजन विकास भवन स्थित सभागार में सम्पन्न हुआ।
मुख्य विकास अधिकारी ने किसान दिवस में आए किसानों की समस्याओं को सुनकर अतिशीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उप कृषि निदेशक द्वारा विगत माह के किसान दिवसों में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में बिन्दुवार अवगत कराया गया।
तहसील बहेड़ी केशर शुगर मिल के बकाया गन्ना भुगतान के सम्बन्ध में चीनी मिल के महाप्रबंधक द्वारा बताया गया कि बकाया गन्ना भुगतान 31 दिसम्बर 2024 तक कर दिया जायेगा। तहसील नबावगंज शुगर मिल के महाप्रबंधक के द्वारा बताया गया कि मिल बेचने की प्रक्रिया निरस्त हो गयी है तथा किसानों का बकाया गन्ना भुगतान करने के पश्चात ही चीनी मिल का पिराई सत्र शुरू किया जायेगा।
वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र डा0 रंजीत सिंह द्वारा कृषि से सम्बन्धित नवीन तकनीकी खेती के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए कृषकों को उन्नत खेती के बारे में जानकारी दी गई।
उप कृषि निदेशक ने किसान दिवस में आये कृषकों से अनुरोध किया कि वह अपने खेतों में पराली न जलायें, पराली को खेत में अथवा खेत के बाहर इकट्ठा करके गलाने/सड़ाने हेतु विभाग में पर्याप्त मात्रा में डिकम्पोजर उपलब्ध है, जिसका उपयोग पराली प्रबंधन हेतु कर सकते हैं।
जिला उद्यान अधिकारी ने जानकारी दी कि विभाग में कृषकों के लिये सब्जियों के निःशुल्क बीज उपलब्ध है, जिन्हें कृषक भाई विभाग से प्राप्त कर सकते है एवं उनके द्वारा बताया गया कि नये उद्योग लगाने हेतु जैसे अचार, मुरब्बा, तेल मिल आदि लगाने हेतु तथा पुराने उद्योगों के पुर्नजीवन हेतु 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध है, जिसकी विस्तृत जानकारी विभाग के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में रबी फसलों की बुवाई हेतु उर्वरक उपलब्ध है जिन्हें कृषक भाई सहकारी समितियों से प्राप्त कर सकते हैं यदि कहीं से कोई भी समस्या आती है तो वह उन्हें तत्काल अवगत कराएं, जिससे कि समस्या का समाधान किया जा सके।
किसान दिवस में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग, नलकूप विभाग, गन्ना विभाग सहित जनपद के प्रगतिशील कृषकगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट