स्क्रीन से दिल तक: “इत्ती सी खुशी” में अन्विता के पारिवारिक संघर्षों में सुम्बुल तौकीर खान के जीवन की झलक
मुंबई, अगस्त 2025: अपने लॉन्च से पहले ही सोनी सब का शो इत्ती सी खुशी अपनी भावनात्मक कहानी और मजबूत मुख्य किरदार अन्विता दिवेकर, जिसे सुम्बुल तौकीर खान निभा रही हैं, के कारण दर्शकों में जिज्ञासा जगा रहा है। यह शो अन्विता की कहानी है — एक दृढ़ निश्चयी युवती की, जो अपने परिवार के संघर्षों का बोझ चुपचाप और मजबूती से उठाती है। सुम्बुल के सजीव अभिनय के साथ, यह किरदार दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ेगा, यह याद दिलाते हुए कि कभी-कभी परिवार को जोड़े रखने के लिए छोटे-छोटे प्रयास ही काफी होते हैं।
हालांकि, अन्विता का किरदार एक काल्पनिक दुनिया से है, लेकिन उसकी आत्मा बेहद असल है — और यह सुम्बुल के अपने जीवन में भी झलकती है। शो में, अन्विता छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी है, जिसे माँ के त्याग और शराबी, गैर-जिम्मेदार पिता के सहारे रहना पड़ता है। वह अपनी जवानी, सपनों और आराम का त्याग कर भाई-बहनों की परवरिश करती है, और अपनी मजबूती को कवच की तरह धारण करती है। वास्तविक जीवन में, परिस्थितियाँ भले अलग हों, लेकिन सुम्बुल की कहानी में भी वही जिम्मेदारी, भावनात्मक परिपक्वता और मौन साहस है।


सुम्बुल के लिए अन्विता का किरदार निभाना एक बेहद निजी अनुभव रहा है। इस किरदार की भीतरी दुनिया उनके अपने जीवन के पहलुओं को दर्शाती है, जिससे यह भूमिका उनके दिल के बेहद करीब है। अन्विता के रूप में अभिनय करते हुए, सुम्बुल ने अपने जीवन के वे क्षण फिर से महसूस किए — शांत संघर्ष, अनकही जिम्मेदारियाँ और आगे बढ़ने का साहस। जैसे अन्विता ने समय से पहले ही माँ, सहारा और संरक्षक की भूमिका निभाई, वैसे ही सुम्बुल ने भी कम उम्र में भावनात्मक मजबूती विकसित की। एक सिंगल पैरेंट द्वारा पाली गई सुम्बुल ने अपने पिता और छोटी बहन का सहारा बनने के साथ-साथ, उनके सपनों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इत्ती सी खुशी में अन्विता का किरदार निभा रहीं सुम्बुल तौकीर खान कहती हैं,
जिस तरह अन्विता अपने परिवार के दर्द को चुपचाप सहती है और उसे बोझ नहीं बल्कि अपनी जिम्मेदारी मानती है, वह मुझे गहराई से छूता है। यह किरदार न केवल मेरे अभिनय को चुनौती देता है, बल्कि मुझे अपने जीवन के कुछ अंश स्क्रीन पर लाने का दुर्लभ अवसर भी देता है। एक समय था जब जीवन अनिश्चित लग रहा था और मैं अपने पिता, बहन सानिया और परिवार के लिए बेहतर भविष्य बनाने की कोशिश कर रही थी। अन्विता की तरह, मैं मानती हूँ कि ताकत धैर्य से आती है, और यही दर्शन मैं अपने जीवन में जीती हूँ।”
इत्ती सी खुशी देखें, सोमवार 18 अगस्त से, रात 9 बजे, केवल सोनी सब पर
