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गैंगस्टर हाशिम बाबा की बेगम और लेडी डॉन जोया खान गिरफ्तार, मां-पिता का भी है अपराध की दुनिया से वास्ता

नई दिल्ली: दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर हाशिम बाबा की बेगम और लेडी डॉन जोया खान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। जोया खान कई सालों से हाशिम बाबा गैंग की कमान संभाल रही थी। जोया इतनी शातिर थी कि अपराध करने के बाद सबूत नहीं छोड़ती थी। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस, जोया के अपराधों की कुंडली के बारे में जानती तो थी लेकिन सबूत नहीं होने के कारण जोया को पकड़ नहीं पा रही थी।

हालांकि इस बार लेडी डॉन से चूक हो गई और वह हेरोइन की सप्लाई करने खुद ही निकल पड़ी और इस बात की भनक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को लग गई। पुलिस ने जोया खान को वेलकम इलाके से एक करोड़ रुपए की हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया। लेडी डॉन, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की चार दिन की डिमांड पर है।

कौन है हाशिम बाबा और जोया खान?
हाशिम बाबा दिल्ली का एक कुख्यात गैंगस्टर है और फिल्मी पाताललोक यानी जमुना पार का नामचीन बदमाश है। हाशिम बाबा पर हत्या, लूट, जबरन वसूली, आर्म्स एक्ट, मकोका जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। लेडी डॉन जोया, हाशिम बाबा की तीसरी पत्नी है। वहीं जोया की हाशिम बाबा से दूसरी शादी है। इससे पहले जोया की शादी हो चुकी थी लेकिन जोया ने साल 2014 में तलाक लेकर साल 2017 में हाशिम बाबा से शादी कर ली थी।

दरअसल हाशिम बाबा और जोया दोनों ही जमुना पार यानी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के रहने वाले हैं और दोनों पड़ोसी हैं, इसलिए दोनों में इश्क हुआ और इश्क के बाद दोनों का निकाह हो गया। जोया यह जानती थी कि हाशिम बाबा दिल्ली का जाना माना गैंगस्टर है। लेकिन जोया ने फिर भी अपना दिल हाशिम बाबा को दे दिया।

हाशिम बाबा के साथ निकाह होने के बाद 33 साल की जोया ने जल्द ही हाशिम बाबा गैंग की कमान अपने हाथों में ले ली। जोया जेल के बाहर से हाशिम बाबा गैंग को संभाल रही थी। ये बिल्कुल उसी तरह था, जैसे 80 के दशक में दाउद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर, दाउद इब्राहिम के नाम और उसकी दहशत का फायदा उठाकर इलाके में न केवल मसीहा थी, बल्कि पुलिस की नजरों से बचकर D कंपनी के सारे गैर कानूनी धंधों को भी संभालती थी।

जोया को हैं ये शौक
स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, जोया पेज थ्री पार्टी में जाने की शौकीन है। उसे महंगे कपड़े और ब्रांडेड जूते पहनना पसंद है। अगर आप जोया के इंस्टाग्राम पेज पर नजर डालेंगे तो आपको अंदाजा हो जाएगा की जोया को रील बनाने का भी शौक है। जोया ही जेल में हाशिम बाबा से लगातार मुलाकाती के तौर पर मिलने जाती थी।

सूत्रों के मुताबिक, ये मुलाकात एक प्रेमी-प्रेमिका के तौर पर कम और गैंग के ऑपरेशन और टारगेट अवैध वसूली के धंधों से जुड़ी ज्यादा होती थी। बाबा इशारों-इशारों में जोया को काफी ट्रेनिंग दे रहा था और जोया, बाबा के जेल के बाहर मौजूद मददगारों और फरार बदमाशों के साथ लगातार संपर्क में थी।

सूत्रों की मानें, तो कई साल से स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच जोया को गिरफ्तार करने की कोशिश में लगे हुए थे लेकिन जोया भी किसी पेशेवर अपराधी से कम चालाक नहीं थी। वह हाशिम बाबा के साथ रहते हुए जुर्म की दुनिया के हथकंडे और पुलिस से आंख मिचौली भी करना सीख चुकी थी। इसीलिए पुलिस भी आज तक लेडी डॉन को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी।

पुलिस ने जोया को कैसे पकड़ा?
स्पेशल सेल को हाशिम बाबा की पत्नी के ड्रग्स सिंडिकेट में शामिल होने की सूचना मिली थी। इसके बाद उसे नॉर्थ ईस्ट के वेलकम इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 270 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में तकरीबन एक करोड़ के आसपास कीमत आंकी गई है। बुधवार को स्पेशल सेल को एक इनपुट मिला था कि हाशिम बाबा की पत्नी अपनी कार में ड्रग्स की सप्लाई करने जा रही है, जिसके बाद स्पेशल सेल ने ट्रैप लगाया और मौके से उसे ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया। स्पेशल सेल के मुताबिक, जोया ने ये ड्रग्स मुजफ्फरनगर से मंगवाई थी, जिसे आगे सप्लाई करना था।

स्पेशल सेल को भनक है कि नादिर शाह हत्याकांड में भी जोया ने शूटर्स को शेल्टर देने में मदद की है। वही सबूत सेल जुटाने में लगी है। इसलिए सेल ने लोधी कॉलोनी स्थित दफ्तर में बीते महीने में लंबी पूछताछ भी की थी।

जोया के मां और पिता भी अपराध की दुनिया से रखते हैं ताल्लुक
सूत्रों के मुताबिक, जोया की मां साल 2024 में सेक्स रैकेट से जुड़े एक मामले में जेल गई थी, फिलहाल वो जमानत पर है। जोया के पिता ड्रग्स सप्लाई से जुड़े हैं। वहीं जोया के पति हाशिम बाबा खुद गैंगस्टर है। इतना ही नहीं, जोया का अपने इलाके में ये रुतबा था कि उसके आसपास 4 से 5 गुर्गे हर वक्त मौजूद रहते थे। ये गुर्गे हाशिम बाबा के शागिर्द होते थे।

जोया एक लेडी डॉन की तरह जमुना पार में रहकर गैंग को चला रही थी। जोया उस्मानपुर की रहने वाली है, जो नार्थ ईस्ट में और भी अलग-अलग जगहों पर रह रही थी। जमुना पार में छेनू गैंग, हाशिम बाबा गैंग, नासिर पहलवान गैंग की शुरुआत ड्रग्स सप्लाई के धंधे से हुई थी। 2007 से गैंगों के बीच लगातार हत्याकांड होते आ रहे हैं। अवैध वसूली का मोटा पैसा, हाशिम बाबा गैंग तक पहुंचता है, जो जोया तक जाता है।

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