सुरक्षा एवं स्वावलंबन को लेकर शासन प्रशासन बेहद संवेदनशीलः हर्षिता माथुर
रायबरेलीः रायबरेली में ‘महिलाओं के हक की बात, जिला अधिकारी के साथ’ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बताया कि पहल का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति का चौथा चरण चल रहा है। चौथे चरण के तहत कार्यक्रम शुरू किया गया। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुरक्षा और स्वावलम्बन को लेकर शासन प्रशासन बेहद संवेदनशील है। जिलाधिकारी ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा व हक को लेकर शासन-प्रशासन संजीदा है। महिलाओं व किशोरियों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए चलाये जा रहे मिशन शक्ति 4.0 के तहत महिला कल्याण विभाग की ओर से मेगा इवेंट ‘हक की बात जिलाधिकारी के साथ’ का आयोजन गुरुवार को बचत भवन सभागार में किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं, किशोरियों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया, जिसका फौरन निदान किया गया। भयमुक्त वातावरण में आज महिलाएं सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्ची और महिलाओं को शक्ति की खुद पहचान करनी होगी। सीमित संसाधनों में भी महिलाए ना केवल विकास कर रही हैं बल्कि दुर्बल और दीनहीन लोगों के लिए सहारा भी बन रही है। जिलाधिकारी की पहल को जमकर सराहना मिल रही है।
महिलाओं के हक की बात, जिलाधिकारी के साथ’
सामाजिक संस्कारों का पालन करना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने लाभार्थियों की जिज्ञासाओं को प्रश्नों के माध्यम से दूर किया। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि शक्ति दीदी अभियान के तहत महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। घरेलू हिंसा को रोकने के लिए जागरुकता अभियान लगातार चल रहा है। महिला हेल्पलाइन 1090 पर सुरक्षा के लिए किसी भी समय फोन किया जा सकता है।
मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव ने कहा कि महिलाओं को विकसित करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित हैं। उन्होंने मिशन शक्ति की सराहना की। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों को स्वावलम्बी बनने का संदेश दिया जा रहा है। इस दिशा में योजनाओं के माध्यम से नारी शक्ति को जोड़ा गया है। महिला स्वयं सहायता समूह स्वावलम्बन का एक प्रमुख उदाहरण है। कार्यक्रम की शुरूआत सभागार में आए सभी विशिष्ठ अतिथियों का स्वागत एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद कार्यक्रम में सरकार द्वार चलाए जा रहे सभी योजनाओं की विस्तार से जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा ने दी। इसके अतिरिक्त सीओ सिटी अमित सिंह ने कहा महिलाओं के लिए जरूरी हेल्प लाइन नंबरों की विस्तार से जानकारी दी। वहीं बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ओजस्कर पाण्डेय ने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम-2012 (पाक्सो एक्ट) एवं बाल विवाह के बारे में एवं बाल अधिकारों की विस्तार से जानकारी दी। किशोर न्याय बोर्ड की सदस्या श्रीमती मीनू श्रीवास्तव ने कार्य स्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न के बारे में जानकारी दी।
वन स्टॉप सेंटर करेगी मामलों का निस्तारण
उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी से कहा कि संज्ञान में आये सभी प्रकरणों का निस्तारण संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कराना सुनिश्चित करें। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि हर हाल में महिलाओं का सम्मान होना चाहिए। पारिवारिक विवादों को काउंसलिंग के जरिये समाधान कराने की पूरी कोशिश की जाये । इसके लिए उन्होने वन स्टॉप सेंटर को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में वन स्टॉप सेंटर काउंसलिंग कर मामले का निस्तारण करे।
कार्यक्रम में मंच संचालन अर्थ एवं संख्या अधिकारी पन्ना लाल, महिला थाने की पुष्पा सिंह, पूजा शुक्ला, श्रद्धा, सुषमा, रामकरण यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहायक श्रम आयुक्त आरएल सोनी, कार्यक्रम अधिकारी शरद कुमार त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी विरेंद्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी डा. वैभव त्रिपाठी, बाल संरक्षण अधिकारी विरेंद्र पाल उपस्थित रहे।