रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय में आयोजित एतिहासिक साइकिल रैली का समापन
बरेली, 27 मार्च। उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के संरक्षण और महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के कुलपति माननीय प्रो. के.पी. सिंह के नेतृत्व में आयोजित “नशा मुक्त भारत, स्वस्थ भारत” थीम पर आधारित एतिहासिक साइकिल रैली का कल भव्य समापन हुआ। इस रैली का उद्देश्य समाज में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को नशे से दूर एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना था।
दिनाँक 26 मार्च 2025 को साइकिल रैली के दूसरे दिन की शुरुआत अहिक्षेत्र जैन मंदिर राम नगर से हुई, इसके पूर्व , पहले दिन की साइकिल रैली समाप्ति पर दिनाँक 25 मार्च 2025 को साइकिल चालकों ने रात्रि विश्राम अहिक्षेत्र के प्रसिद्ध जैन मंदिर राम नगर में किया । अगले दिन 26 मार्च दिन बुधवार को सुबह 6.30 बजे साइकिल रैली में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने यहाँ से प्रस्थान किया तथा साइकिल चालकों का अगला पड़ाव गौरी शंकर मंदिर, गुलरिया गैनिपुर पहुंचा, जो महाभारत काल में पांडवों द्वारा स्थापित एक प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर है। स्थानीय निवासियों ने साइकिल चालकों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। साइकिल रैली के छात्र-छात्राओं ने मंदिर परिसर में मौजूद लोगों से संवाद किया और नशे से होने वाले दुष्प्रभावों को साझा करते हुए नशा मुक्त समाज का संदेश दिया।
इसके बाद साइकिल रैली किशन सिंह पुर विकास क्षेत्र मझगंवा के प्राथमिक विद्यालय (बेसिक शिक्षा परिषद) पहुँची, जहाँ साइकिल चालकों ने 150 छात्रों के साथ अपना समय बिताया तथा उन सभी के साथ अपना अपना भोजन साझा करते हुए उत्साहवर्धन किया और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों से बातचीत की और नशामुक्त भारत, स्वास्थ्य भारत हेतु किए जा रहे जनजागरण के अभियान में अपनी हिस्सेदारीबढ़ानेकेलिएप्रेरितकिया। यहाँ के ग्राम प्रधान श्री रविंद्र गुर्जर एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने साइकिल चालकों का स्वागत किया। ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और छात्रों द्वारा नशा मुक्ति के प्रति किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार प्रकट किया।
इसके पश्चात, साइकिल रैली बरेली कॉलेज, बरेली पहुँची, जो रुहेलखंड विश्वविद्यालय का एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है। यहाँ प्राचार्य प्रो. ओ.पी. राय, चीफ प्रॉक्टर प्रो. आलोक खरे, पुस्तकालयाध्यक्ष श्री योगेश शर्मा एवं अन्य शिक्षकों और कर्मचारियों ने साइकिल चालकों का स्वागत किया। इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद कर नशा मुक्त जीवन के महत्व को रेखांकित किया गया।
इसके बाद साइकिल रैली विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गाँव दोहरा पहुँचे, जहाँ विश्वविद्यालय सांस्कृतिक समिति के सदस्यों ने प्राथमिक विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों से मुलाकात की। साइकिल चालकों ने बच्चों को खाद्य सामग्री वितरित की और नशा मुक्ति का संदेश दिया। इस दौरान अंतरमहाविद्यालयी वाद-विवाद एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेता – सुश्री स्वर्णिमा एवं श्री दीपांशु ने छात्रों, शिक्षकों एवं ग्रामीणों को संबोधित किया और नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केन्द्र के ड्रामा क्लब द्वारा नशा मुक्त भारत विषय पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया जिसमें डॉ. ज्योति पाण्डेय और सांस्कृतिक समिति के सदस्यों के निर्देशन में श्रेय रस्तोगी और पीयूष द्वारा तैयार करवाया गया। गोद लिए गए गांवों में जागरूकता जगाने के उद्देश्य से साइकिल यात्रा के साथ नुक्कड़ नाटक की भी प्रस्तुति की गई
अंततः, साइकिल रैली का समापन महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के खेल परिसर में हुआ, जहाँ खेल सचिव प्रो. एस.एस. बेदी एवं कुलसचिव श्री संजीव कुमार सिंह ने साइकिल चालकों का पुष्पवर्षा एवं माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। इसके बाद खेल परिषद द्वारा एक सम्मान एवं समापन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ शिक्षक एवं अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य नियंता प्रोफेसर रावेन्द्र सिंह प्रो. कमल किशोर, प्रो. अनिल कुमार सिंह, प्रो. राकेश कुमार मौर्य, डॉ. दीपक गंगवार एवं डॉ. इंदरप्रीत कौर आदि शिक्षक एवं शिक्षिकाएं शामिल थे।
इस दौरान साइकिल चालकों ने 150 किमी की कठिन यात्रा के अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार उन्होंने कठिन गर्मी में इस चुनौतीपूर्ण अभियान को पूरा किया। प्रो. एस.एस. बेदी ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया, जबकि कुलसचिव श्री संजीव कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय एवं माननीय कुलपति प्रो. के.पी. सिंह की ओर से सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। इसके अलावा, प्रो. यतेन्द्र कुमार ने इस साइकिल रैली के प्रबंधन और इसके दौरान किए गए प्रबंधन एवं सुधारों पर अपने अनुभव साझा किए। रैली संयोजक डॉ. अजय यादव ने सभी प्रतिभागी छात्रों का आभार व्यक्त किया, जबकि रैली के सह आयोजक डॉ. अतुल कटियार एवं डॉ. नीरज कुमार ने इस रैली के सफल आयोजन दौरान होने अनुभवों को साझा किया तथा रैली के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों की सराहना की।
इस अवसर पर साइकिल चालकों को पदक एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो. रविंद्र सिंह ने बरेली पुलिस प्रशासन का विशेष धन्यवाद किया, जिन्होंने बरेली, राम नगर, गैनिपुर, मझगंवा, अलीगंज एवं रामगंगा मार्ग पर रैली की सुरक्षा सुनिश्चित की।
डॉ. इरम नईम ने कार्यक्रम का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। साथ ही, खेल विभाग के श्री रामप्रीत, श्री संजीव कुमार, श्री सोहन लाल एवं उनकी टीम ने इस पूरे आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान कीं।
यह साइकिल रैली न केवल महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के सामाजिक उत्तरदायित्व को दर्शाती है, बल्कि यह भी प्रमाणित करती है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और युवाओं को नशा मुक्त जीवन की दिशा में प्रेरित करने के लिए ऐसे प्रयास आवश्यक हैं।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट