समस्त किसान भाईयों एवं सहकारिता में रूचि रखने वाले प्रबुद्धजनों हेतु सहकारी समितियों की सदस्यता ग्रहण करने हेतु अभियान

बरेली, 12 सितम्बर। वर्तमान में केन्द्र सरकार के नवगठित सहकारिता मंत्रालय के माध्यम से सहकारी समितियों में अनेक नवोन्मेशी क्रियात्मक गतिविधियां संचालित हो रही हैं, जिसका लाभ समस्त कृषकों को दिलाने हेतु वर्तमान में जनपद की प्रत्येक बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति लि0 (बी-पैक्स) में सदस्यता वृद्धि का अभियान संचालित है, समितियों की सदस्यता ग्रहण करने से कृषकों को प्राप्त होने वाले लाभों की जानकारी भी दी जा रही है। ताकि सहकारी समिति की सदस्यता ग्रहण करने से अर्जित लाभों के विषय में काश्तकार/ग्रामीण क्षेत्र के किसान भली-भांति भिज्ञ एवं जागरूक हो सकें तथा सहकारी समितियों की सदस्यता ग्रहण करने हेतु प्रेरित हों। जिससे बुनियादी स्तर पर सहकारिता आन्दोलन को बल मिलेगा जो भारत सरकार की नीति तथा मंतव्य के अनुरूप है। सदस्यता ग्रहण करने के लाभ निम्नवत् हैंः-
सहकारी समितियॉ अल्पकालीन कृषि आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु 03 प्रतिशत के रियायती साधारण ब्याज दर पर काश्तकारों को ऋण उपलब्ध कराती है, जबकि वाणिज्यिक बैंकों में सहकारी समितियों के सापेक्ष 04 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज दर पर कृषि ऋण वितरित किया जाता है। जिससे कृषकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।, सहकारी समिति से संचालित योजनाओं का सम्यक लाभ पाने के लिये समिति का सदस्य होना जरूरी है, जो कि मात्र 200.00 रूपये के अंश क्रय से बन सकते हैं। सहकारी समिति से ऋण प्राप्त करने के लिये जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा विभिन्न फसलों के लिये पृथक-पृथक निर्धारित वित्तमान एवं कृषक द्वारा धारित कृषि योग्य भूमि के ऑकलन के अनुसार ऋण प्रदान किये जाने की सुविधा उपलब्ध है। यह ऋण सदस्यों को फसल तैयार करने हेतु नगद एवं वस्तु के रूप में के0सी0सी0 योजनान्तर्गत उपलब्ध कराया जाता है, समिति के सदस्य समिति से अपनी निर्धारित ऋण सीमा के अन्तर्गत कृषि ऋण जब भी चाहें तथा जितनी बार चाहें ले सकते है तथा अपनी सुविधा अनुसार वापस कर सकते हैं।, सहकारी समितियां कृषकों को गुणवत्ता पूर्ण उर्वरक तथा कृषि रक्षा रसायन उचित मूल्य पर प्रदान करती हैं। इफको द्वारा सहकारी समिति के सदस्यों को उर्वरक तथा कृषि रक्षा रसायन उपलब्ध कराने में समिति सदस्यों को वरीयता/प्राथमिकता दी जाती है।, सहकारी समितियां कृषक भाईयों की कृषि उपज का खरीद करने वाली सबसे महत्वपूर्ण इकाई है। यहॉ पर ध्यान रहे कि अन्य विभाग (एफ0सी0आई0 खाद्य तथा रसद विभाग) के क्रय केन्द्रों जहॉ शहरी तथा कस्बाई क्षेत्रों में स्थित रहते है, यही सहकारी समितियों के क्रय केन्द्र दूर-दराज के सुदूर अंचलों में स्थित ग्रामीण क्षेत्रों के काश्तकारों के उपजों का विपणन करके उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना से लाभान्वित करती है।, केन्द्र में सहकारिता मंत्रालय के गठन के उपरान्त सहकारी समितियों द्वावा कॉमन सर्विस सेन्टर सदस्यता ग्रहण करना प्रत्येक प्रकार से लाभप्रद है का संचालन किया जा रहा है, जहॉ से कृषकों को सभी प्रकार की शासकीय योजनाओं का लाभ प्राप्त होगा एवं शासकीय नीतियों तथा कार्यक्रमों से सम्बन्धित जानकारी भी किसान भाईयों को समितियों से प्राप्त होगी। सहकारी समितियां कृषकों को उनकी आवष्यकता के अनुरूप उच्च श्रेणी का बीज देती है।, सहकारी समितियों के माध्यम से जन-औषधि केन्द्रों की स्थापना तथा संचालन की प्रक्रिया प्रगति में है, जिसके उपरान्त सहकारी समितियों ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढॉच में सुधार हेतु अत्यधिक उपयोगी योगदान देंगी। ग्रामीण क्षेत्र के काश्तकारों तथा सहकारी समितियों के सदस्य प्रधानमंत्री जन-औषधि केन्द्रों से रियायती दरों पर जीवन रक्षक एवं दैनिक उपयोग की औषधियॉ प्राप्त कर पायेंगे।, केन्द्र सरकार द्वारा सहकारी समितियों के गोदामों का डब्लू0डी0आर0ए0 में पंजीकरण भी कराया जा रहा है। अतः ग्रामीण क्षेत्र के काश्तकार अपनी कृषि उपज का वैज्ञानिक तथा सुरक्षित भण्डारण समितियों के गोदामों में कर पाने में सक्षम हो जायेंगे।, सहकारी समितियॉ कृषि उपजों के भण्डारण, विपणन, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी तथा मत्स्य जैसी गतिविधियों के विकास हेतु भी अपना अमूल्य योगदान प्रदान करने में सक्षम है, सहकारी समितियों द्वारा उप-केन्द्रों की स्थापना से समस्त ग्रामीण क्षेत्र को लाभदायक कृषि निवेश उपलब्ध कराने एवं ग्रामीण क्षेत्र के बुनियादी ढॉचें में सुधार किये जाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान किया जा रहा है।
शासन की मंशा तथा नीति के अनुरूप  सभी लाभों के परिप्रेक्ष्य में जनपद के समस्त किसान भाईयों एवं सहकारिता में रूचि रखने वाले अन्य प्रबुद्ध-जनों से हम सार्वजनिक अपील करते है कि 200.00 रूपये का न्यूनतम अंश क्रय करके अधिकाधिक संख्या में अपनी निकटवर्ती समिति का सदस्य बने । आपके इस कार्य से सहकारिता आन्दोलन को बल मिलेगा, सहकारिता को अधिक उपयोगी और सशक्त बनाया जा सकेगा एवं ’’सहकार से समृद्धि’’ की केन्द्र सरकार की योजना को मूर्त रूप में स्थापित करने में बहुमूल्य सहयोग प्राप्त होगा।
उक्त जानकारी सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता ने दी।       बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
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