मा0 मंत्री जी ने गाॅंधी मण्डप में राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी के चित्र पर किया माल्यार्पण और काता सूत
बरेली, 01 फरवरी। बिशप मण्डल इण्टर कालेज ग्राउण्ड में लगी खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का कल मा0 वन एवं पर्यावरण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उ0प्र0 सरकार डा0 अरूण कुमार जी द्वारा भ्रमण किया गया।
जिला/परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी श्री अजय पाल द्वारा मा0 मंत्री जी को पुष्गुच्छ देकर स्वागत किया गया। मा0 मंत्री जी द्वारा स्टाॅलों का विधिवत अवलोकन कर विभिन्न मण्डलों, जनपदों एवं अन्य प्रदेशों से अपने उत्पाद का प्रदर्शनी, प्रचार एवं विपणन हेतु आये उद्यमियों से उनके उत्पाद के बनाने की विधि के साथ-साथ विक्रेता व बिक्री के बारे में विधिवत जानकारी ली गयी। तत्पचात गाॅंधी मण्डप में राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी के चित्र पर माल्यार्पण करने के उपरान्त चरखे पर सूत भी काता गया। जिला/परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी श्री अजयपाल द्वारा मा0मंत्री जी को अंगवस्त्र तथा चरखे की प्रतिकृति भेंट कर सम्मानित किया गया।
प्रदर्शनी में श्री मो0 शफीक पुत्र श्री मो0 फिरदौस, ग्राम गोपालपुर पो0 बसन्त नगर, चन्दौली द्वारा लगायी गयी स्टाॅल पर कई प्रकार की साड़ियाॅ जैसे-मसलीन, सिल्क पटोला, सिल्क कतान, सिल्क कान्जी वर्क, सिफोन की साड़ी एवं दुपट्टे आदि की खरीद रियायती मूल्य पर आगन्तुको द्वारा की जा रही है।
श्री नत्थू हुसैन, बरेली द्वारा अपने स्टाॅल पर बासबेंत के उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जा रही है। बरेली बासबेंत उत्पादों के लिए प्रसिद्व है, हाल ही में वाणिज्य और उद्योग विभाग ने ‘‘बरेली में बासबेंत और शिल्प’’ को भौगोलिक संकेत(जीआई)के रूप में मंजूरी दी है। बरेली को अपने इतिहास में बांस बरेली के नाम से भी जाना जाता है। जिला बरेली में 5000 से अधिक परिवार बासबेंत और इसके शिल्प से जुडे़ हुए है। बासबेंत और शिल्प में विभिन्न उत्पाद जैसे-सोफा सेट, डाइनिंग टेबल, मुराह, गार्डन कुर्सियां, दीवान, मिरर प्रेम, प्लांटर्स आदि बनाए जाते हैं। श्री हुसैन द्वारा बताया गया कि बासबेंत के उत्पाद कई यूरोपीय और अमेेरिकी देशों को भी निर्यात किए जाते हैं और अरब देशों की भी मांग है। इसका कच्चा माल असम, पचिम बंगाल, नेपाल से और कुछ माल बरेली में भी उपलब्ध होने लगा है।
आगामी दिनांक 04.02.2025 तक आयोजित की जा रही प्रदर्शनी में खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पाद खरीदने हेतु मात्र 04 दिन ही अवशेष हैं। अतः इन उत्पादों को रियायती दर पर खरीद कर इस प्रदर्शनी का अधिक-अधिक आमजन लाभ उठा सकते हैं।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट