‘मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत का नहीं’: ब्याज दरों पर भविष्यवाणी से RBI गवर्नर का इनकार
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को ब्याज दरों में आगे और कटौती को लेकर अटकलों पर मजाकिया अंदाज़ में प्रतिक्रिया दी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या भविष्य में रेपो रेट में और कटौती की संभावना है, तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत का संजय नहीं, जो भविष्यवाणी कर सके कि क्या होगा।”
दो बार कर चुके हैं रेपो रेट में कटौती
संजय मल्होत्रा ने RBI गवर्नर पद संभालने के बाद लगातार दूसरी बार रेपो दर में कटौती की है। हालांकि, उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया कि वे भविष्य की मौद्रिक नीति को लेकर निश्चित भविष्यवाणी कर सकते हैं। महाभारत के संदर्भ में उन्होंने कहा, “मेरे पास महाभारत के संजय जैसी दिव्य दृष्टि नहीं है।”
सरकार और RBI की संयुक्त रणनीति
मल्होत्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि मौद्रिक और राजकोषीय नीति एक साथ मिलकर देश की आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति को संतुलित करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा, “यह एक संयुक्त प्रयास है। सरकार ने हाल ही मंं बजट में पूंजीगत व्यय बढ़ाया है और टैक्स छूट जैसे कई उपाय किए हैं, वहीं हमने रेपो दर कम की है।”
भविष्यवाणी नहीं, लेकिन दिशा स्पष्ट
RBI गवर्नर ने कहा कि वे यह नहीं कह सकते कि ब्याज दरें आगे कहां जाएंगी, लेकिन यह जरूर स्पष्ट किया कि सरकार और RBI मिलकर अर्थव्यवस्था को स्थिर और विकासशील बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, “हम देश की वृद्धि और मुद्रास्फीति की गतिशीलता को संतुलित रूप से प्रबंधित करने का प्रयास करेंगे।”
हास्य के माध्यम से गंभीर संदेश
संजय मल्होत्रा का यह बयान न केवल मौद्रिक नीति की अनिश्चितताओं को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि RBI आने वाले समय में डेटा और स्थितियों के आधार पर ही निर्णय लेगा—कोई दिव्य दृष्टि नहीं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ।