भ्रष्टाचार के विरुद्ध जिलाधिकारी के तेवर सख्त, दो बार सस्पेंड होने वाले चकबन्दी लेखपालों को बर्खास्त करने के दिए निर्देश

बरेली, 29 जुलाई। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में आज चकबन्दी विभाग से सम्बन्धित समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।

जिलाधिकारी ने बैठक में चकबन्दी विभाग के समस्त लेखपालों को भी बुलाया और सख्त निर्देश दिए कि उनके द्वारा जो भ्रष्टाचार फैलाकर शासन और प्रशासन की छवि धूमिल करने का कार्य किया जा रहा है वह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार की नीति भ्रष्टाचार विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की है यह बात स्पष्ट रुप से समझ लें। उन्होंने उप संचालक चकबन्दी को निर्देश दिए कि जो भी चकबन्दी लेखपाल दो बार सस्पेंड हो चुके हैं उन्हें बर्खास्त करने की कार्यवाही की जाए।
बैठक में विभागीय प्राधिकारियों से चकबन्दी कार्यों से सम्बन्धित प्रगति की समीक्षा की गई और पाया गया कि 01 अप्रैल 2025 से अब तक 13 ग्रामों में धारा-9 का प्रकाशन तथा 10 ग्रामों में प्रारम्भिक चकबन्दी योजना का प्रकाशन कराया जा चुका है। बैठक में बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी द्वारा अवगत कराया गया कि इस वित्तीय वर्ष में कब्जा परिवर्तन हेतु 06 ग्रामों के सापेक्ष अतिरिक्त प्रयास कर अब तक 11 ग्रामों में कब्जा परिवर्तन पूर्ण किया जा चुका है। उक्त के अलावा अप्रैल 2025 से अब तक 02 ग्रामों में धारा-52 का प्रकाशन कराकर ग्रामों के अभिलेख तहसील में भेजे जा चुके हैं।

बैठक में जिलाधिकारी ने उप संचालक चकबन्दी व बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी को निर्देशित किया कि जिन ग्रामों में जन विरोध के चलते कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहा है उन ग्रामों में यथाशीघ्र तिथि नियत कर सम्बन्धित तहसील के उपजिलाधिकारी के साथ बैठक का आयोजन कर चकबन्दी प्रक्रिया प्रारम्भ करायी जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि चकबन्दी न्यायालयों में 03 वर्ष से अधिक पुराने विचाराधीन वादों का अभियान चलाकर अगले 02 महीनों में शत प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। चकबन्दी के सम्बन्धी परिवादों का स्थल पर जाकर निस्तारण करने के निर्देश दिये गये तथा यह भी कहा गया है कि यदि किसी परिवाद में पुनरावृत्ति होती है तो उसमें परिवाद निस्तारणकर्ता अधिकारी के निस्तारण सम्बन्धी गुणवत्ता का परीक्षण कर आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये।
बैठक में जिलाधिकारी ने विभागीय छवि को तत्काल सुधारने हेतु सचेत किया और कहा कि अगले दो महीनों में किये जाने वाले प्रयासों में परिणाम परिलक्षित होना चाहिए।
बैठक में उप संचालक चकबन्दी पुष्कर बाबू, बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी पवन कुमार सिंह सहित विभाग के अन्य अधिकारीगण व चकबन्दी लेखपाल उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट