Top Newsउत्तर प्रदेशराज्य

एसआरएमएस रिद्धिमा में इंस्ट्रूमेंट्ल कार्यक्रम रैनबो का आयोजन

बरेली,07 जुलाई। एसआरएमएस रिद्धिमा में कल इंस्ट्रूमेंटल कार्यक्रम रैनबो आयोजित हुआ। संस्थान के वाद्ययंत्र गुरुओं और विद्यार्थियों ने विभिन्न शास्त्रीय रागों और पाश्चात्य संगीत के साथ सुगम संगीत को अपने- अपने वाद्ययंत्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आरंभ कर्नाटक संगीत के राग हंसध्वनि से हुआ। इस पर इंस्ट्रुमेंट गुरु उमेश मिश्रा (सारंगी), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), सूरज पांडेय (बांसुरी), सुमन बिस्वास (मृदंगम), अमरनाथ (तबला), अनुग्रह सिंह (ड्रम), विशेष सिंह (गिटार), प्रयाग श्रीवास्तव (सितार), सुरेंद्र (कांगो) और रॉनी फिलिप्स (सैक्सोफोन) एवं उनके शिष्यों ने डा.नम्रता, संस्कार सिंह, विवान अग्रवाल, मेघा टंडन, सार्थक कठेरिया, नेहा पांडेय, करुण्य अरोड़ा, स्वास्ति गर्ग, शितिज अग्रवाल, रिदित अग्रवाल, प्रज्ञा मिश्रा, अनुज सक्सेना, मन्तिका अरोरा और गुरांश सिंह ने फ्यूजन प्रस्तुत किया। अगली प्रस्तुति में पाश्चात्य संगीत के सुनहरे दौर की झांकी प्रस्तुत की गई। जब मैडोना, बोनी एम और लुइस ब्रदर्स की धुनों पर दुनियां झूमती थी। उन्हीं के हिट गानों को अपनी धुनों से अपने वाद्ययंत्रों पर सजाकर इंट्रुमेंट गुरुओं ने संगीत प्रेमियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अगली प्रस्तुति में हिंदी फिल्मों के मशहूर गानों को मंच पर स्थान मिला। इंट्रुमेंट गुरुओं ने सैनोरीटा, है अपना दिल तो आवारा जैसे कई प्रसिद्ध गानों को सैक्सोफोन, वायलिन, फ्लूट, गिटार और कीबोर्ड की मदद से श्रोताओं के सामने प्रस्तुत किया। इन गानों के सुमधुर संगीत को श्रोताओं का भी भरपूर साथ मिला। अंतिम प्रस्तुति में गुरुओं ने प्रसिद्ध राग मेघ मल्हार को अपने वाद्ययंत्रों पर सजाया और बरसात का आह्वान किया और घुमड़ कर आए बादल भी बरसने लगे। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, ऋचा मूर्ति जी, सुभाष मेहरा, डा. एमएस बुटोला, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज सक्सेना, डा.शैलेश सक्सेना, डा.शरद जौहरी, डा.पीके परडल, डा. विद्या नंद, सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट