तेंदुओं की आवाज उठाने वाली फिल्म घुसपैठिया कौन को अंतरराष्ट्रीय सम्मान

लखनऊ। मैन एनिमल कॉनफ़्लिक्ट पर बनी लघु फिल्म घुसपैठिया कौन लॉस एंजिल्स के इंडिपेंडेंट शॉट्स अवार्ड के फाइनल राउंड में पहुंच गई है। प्रतियोगिता में पचीस देशों की फिल्मों ने फाइनल सूची में अपना स्थान बनाया है और भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली यह अकेली फिल्म है। इस फिल्म को रविवार को लखनऊ शॉर्ट फिल़्म फेस्टिवल में अभिनेत्री हुमा कुरैशी और अभिनेता सनी सिंह ने बेस़्ट स्क्रिप्ट क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड से नवाजा। फिल्म के निर्माता समीर-नेही अग्रवाल, लेखक सुधीर मिश्र और निर्देशक धीरज भटनागर हैं।

फिल्म घुसपैठिया कौन गाजियाबाद अदालत में एक तेंदुए के घुस जाने के बाद हुए हंगामे की सच्ची घटना से प्रेरित है। फिल्म में एक किरदार तेंदुए का है जिसे मनुष्यों की भाषा बोलना आता है। इसे एनिमेशन के जरिए मशहूर एनिमेशन एक्सपर्ट राजीव दिवेदी ने परदे पर उतारा है। राजीव इससे पहले ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म मुगले आजम सहित कई पुरानी फिल्मों को कलर करने के लिए मशहूर हो चुके हैं। इंडिपेंडेंट शॉर्ट फिल्म में हर महीने आने वाली एंट्रीज में से छांटकर कुछ फिल्में चुनी जाती हैं। इन सभी फिल्मों में से अगले साल होने वाले फाइनल मुकाबले में विजेता चुने जाएंगे। फिल्म के लेखक सुधीर मिश्र ने बताया कि देश के ज्यादातर हिस्सों में जिस तरह से विकास के नाम पर जंगलों को काटा जा रहा है और बफर जोन खत्म हो रहे हैं, उससे मैन एनिमल कॉनफ्लिक्ट की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। इस टकराव से मनुष्य और जानवर दोनों को ही नुकसान हो रहा है। इससे भी बड़ा खतरा समूचे इको सिस्टम को हो रहा है। शहरों में बंदरों की समस्या के पीछे भी जंगलों में फलदार वृक्षों का कम होना और शहरों का विस्तार होते जाना है। घुसपैठिया कौन इसी मुद्दे पर कटाक्ष है कि आखिर असल में घुसपैठिया है कौन ? जानवर या खुद इंसान। इस फिल्म का पहला प्रीमियर बीती दस अगस्त को हुआ था जिसमें उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने फिल्म देखने के बाद इस समस्या की गंभीरता को प्रासंगिक बताते हुए फिल्म की खूब प्रशंसा की थी। मशहूर रंगकर्मी और फिल्म अभिनेता सूर्यमोहन कुलश्रेष्ठ, अनिल रस्तोगी और अतुल तिवारी ने इस फिल्म की तारीफ करते हुए कहा कि यह फिल्म सिर्फ तेंदुए की तकलीफ नहीं दिखाती बल्कि समाज व कुदरत के हर उस तबके का प्रतिनिधित्व करती है जो अपने हक से वंचित है। फिल्म में लखनऊ में थियेटर की मशहूर कलाकार मृदुला भारद्वाज, गुंजन जैन और इतिहासकार डा रवि भट्ट ने भी अभिनय किया है। रविवार शाम लखनऊ के संगीत नाटक अकादमी में हुए लखनऊ शार्ट फिल्म फेस्टिवल अवार्ड के दौरान फिल्म की स्क्रीनिंग हुई और आयोजक अमरेन फाउंडेशन की फाउंडर रेनुका टंडन, वंदना अग्रवाल और फिल्म अभिनेता गौरव द्विवेदी ने घुसपैठिया कौन को एक उद्देश्यपूर्ण फिल्म बताया।

