एसआरएमएस काॅलेज ऑफ नर्सिंग में लैम्प लाइटिंग एंड ओथ सेरेमनी आयोजित
बरेली,11 अक्टूबर। श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ नर्सिंग में कल लैम्प लाइटिंग एंड ओथ सेरेमनी का आयोजन हुआ। बीएससी नर्सिंग के आठवें बैच, जीएनएम के 19वें बैच और एएनएम नर्सिंग के 7वें बैच के विद्यार्थियों ने लेडी विद द लैंप नाम से विख्यात फ्लोरेंस नाइटिंगेल से प्रेरणा लेते हुए मानव सेवा की शपथ ली। मुख्य अतिथि स्वास्थ्य कल्याण विभाग की एडीशनल डायरेक्टर डा. पुष्पा पंत त्रिपाठी, एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी और ट्रस्ट सचिव आदित्य मूर्ति जी ने विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और उन्हें नर्सिंग में सफल होने के टिप्स के साथ मानव सेवा के लिए प्रेरित किया। विभिन्न अवसरों पर प्रतियोगिताओं में विजेता विद्यार्थियों को ओथ सेरेमनी में सर्टिफिकेट देकर प्रोत्साहित किया गया। जबकि ओथ सेरेमनी के बाद नए बैच की फ्रेशर पार्टी हुई। जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा को प्रस्तुत किया।
स्वास्थ्य कल्याण विभाग की एडीशनल डायरेक्टर डा. पुष्पा पंत त्रिपाठी ने नर्सिंग को चुनोतीपूर्ण और सेवा का पेशा बताया। उन्होंने कहा की देश में नर्सिंग पेशेवर की कमी के चलते इस क्षेत्र में नौकरी के विकल्प बहुत हैं। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ सेना तक में नर्सिंग पेशेवरों के लिए तमाम अवसर हैं। लेकिन इसके लिए शुचिता, पवित्रता और स्वच्छता जरूरी है। इसे अपने जीवन में लाएं और अपने साथ ही अपने परिवार और संस्थान का नाम रोशन करें।
एसआरएमएस कालेज आफ इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च स्थित आडिटोरियम में गुरुवार (10 अक्टूबर) को लैम्प लाइटिंग एंड ओथ सेरेमनी का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन से हुआ। देव मूर्ति जी ने नर्सिंग के प्रोफेशन को मानव सेवा का पेशा बताया। उन्होंने इस पेशे में सफलता के टिप्स दिए। कहा कि सफलता के लिए पेशे के प्रति ईमानदार और जिम्मेदार होना आवश्यक है। आप जब योग्य बनेंगे तभी किसी भी पेशे में सफलता हासिल कर पाएंगे। इस पेशे में भी यह नियम लागू होता है। योग्यता से ही नौकरी मिलती है और इसी से इज्जत भी। इसके साथ समय की पाबंदी नर्सिंग का पहला और अहम मंत्र है। समय का महत्व समझें और उसका पालन करें।
एसआरएमएस ट्रस्ट के सचिव आदित्य मूर्ति जी ने ओथ सेरेमनी में शामिल सभी विद्यार्थियों और उनके परिजनों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इंसानियत की सेवा के इस प्रोफेशन को चुनना बड़ा फैसला है। आप भाग्यशाली हैं कि ईश्वर ने आपको इस प्रोफेशन के जरिये समाजसेवा के लिए चुना है। उन्होंने अभिभावकों को भी भरोसा दिलाया कि आपके बच्चों का भविष्य एसआरएमएस में एकदम सुरक्षित है। एसआरएमएस ट्रस्ट के शैक्षिक संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां पढ़ाई के नाम पर सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं दिया जाता है बल्कि पहले दिन से ट्रेनिंग शुरू हो जाती है। उन्होंने इस पेशे में सफलता के लिए ट्रेनिंग के साथ इंसानियत, सेवाभाव को भी बेहद जरूरी बताया। कहा कि किसी भी नर्स को सिम्पैथी, एम्पैथी और स्किल काबिल बनाती हैं। मरीज को रोगमुक्त करने में डाक्टर का इलाज जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है नर्स की ओर से मिलने वाली सिम्पैथी। आज ली हुई शपथ को जीवन में हमेशा याद रखें और श्रेष्ठ ट्रेनिंग के साथ मानवसेवा के इस पेशे में अपना नाम रोशन करें।
इससे पहले एसआरएमएस कालेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डा. मुथु महेश्वरी ने सभी का स्वागत किया और संस्थान की उपलब्धियों की जानकारी दी। नर्सिंग सुपरिटेंडेंट लेफ्टिनेंज कर्नल (सेवानिवृत्त) अलियम्मा वीजी ने नर्सिंग के विद्यार्थियों को इस पेशे को अपनाने के लिए आशीर्वाद दिया और इस पेशे के महत्व को बताया। नर्सिंग ट्यूटर एलिश स्पेंसर ने विद्यार्थियों को शपथ दिलाई। अंत में नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल प्रोफेसर अनीश चंद्रन ने सभी अतिथियों का आभार जताया और धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन तानिया चौहान और मोनिका चौधरी ने किया।
इस मौके पर ट्रस्ट एडवाइजर इंजीनियर सुभाष मेहरा, डा.रजनी अग्रवाल, मेडिकल कालेज के प्राचार्य एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. आरपी सिंह, सीईटीआर के प्रिंसिपल डा.प्रभाकर गुप्ता, पैरामेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डा.जसप्रीत कौर, ट्रेनिंग प्लेसमेंट एंड डेवलपमेंट सेल के निदेशक डा. अनुज कुमार और समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट