आर.जी.आई.पी.टी., अमेठी द्वारा जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत रणंजय इंटर कॉलेज, अमेठी में भगवान बिरसा मुंडा जी पर व्याख्यान एवं चित्र प्रदर्शनी का आयोजन
अमेठी, 12 जून 2025 — जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आर.जी.आई.पी.टी.), जायस, अमेठी द्वारा रणंजय इंटर कॉलेज, गौरीगंज, अमेठी में 12 जून 2025 प्रातः 10.30 बजे एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारत के महान जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी भगवान श्री बिरसा मुंडा जी के जीवन, विचारों और संघर्ष को समर्पित था। कार्यक्रम की शुरुआत एक संवादात्मक व्याख्यान से हुई, जिसमें छात्रों को बिरसा मुंडा जी की प्रेरक जीवन यात्रा, सामाजिक सुधारों, औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध उनके संघर्ष, और जनजातीय समाज के उत्थान में उनके योगदान से अवगत कराया गया।
इसके पश्चात, बिरसा मुंडा जी पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया, जिससे छात्रों को उनके जीवन का सजीव और भावनात्मक अनुभव प्राप्त हुआ। फ़िल्म के बाद हुए संवाद सत्र में छात्रों ने अपने विचार साझा किए और भारत की जनजातीय सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान प्रकट किया।
इस अवसर पर आर.जी.आई.पी.टी. के निदेशक प्रो. हरीश हिरानी का एक विशेष संदेश छात्रों के बीच साझा किया गया। उन्होंने कहा: “बिरसा मुंडा जी का जीवन हमें साहस, दृढ़ संकल्प और सामाजिक चेतना की प्रेरणा देता है। एक राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान के रूप में आर.जी.आई.पी.टी. का उद्देश्य तकनीकी प्रगति के साथ-साथ हमारे स्वतंत्रता संग्राम के उन नायकों की स्मृति को भी जाग्रत करना है जो इतिहास के पन्नों में छिपे रह गए। विद्यार्थियों के साथ संवाद और ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम नई पीढ़ी में गर्व, जिम्मेदारी और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना चाहते हैं।”
कार्यक्रम में रणंजय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य, प्रबंधक, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ, आर.जी.आई.पी.टी. के प्राध्यापक, कार्मिक तथा स्थानीय समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। जनजातीय गौरव वर्ष में आर.जी.आई.पी.टी. की सक्रिय भूमिका
आर.जी.आई.पी.टी. लगातार सामुदायिक भागीदारी, शिक्षा सशक्तिकरण और सांस्कृतिक जागरूकता हेतु सक्रिय है। जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत संस्थान द्वारा व्याख्यान, फ़िल्म प्रदर्शन, और जनजातीय युवाओं हेतु कौशल विकास कार्यक्रम जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जiयस, शिवसागर (असम) एवं बेंगलुरु केंद्रों के माध्यम से जनजातीय समुदायों के योगदान को जनमानस तक पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है।
आर.जी.आई.पी.टी. का परिचय एवं योगदान

राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आर.जी.आई.पी.टी.), जयस, अमेठी की स्थापना भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) द्वारा संसद के एक अधिनियम के माध्यम से की गई थी। यह संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) की तर्ज पर राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान घोषित किया गया है और इसे डिग्री प्रदान करने का अधिकार प्राप्त है। इसकी स्थापना ऊर्जा क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले एक संस्थान के रूप में की गई है, जिसे छह प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों—ONGC, IOCL, OIL, GAIL, BPCL, और HPCL—ने ऑयल इंडस्ट्री डेवलपमेंट बोर्ड (OIDB) के सहयोग से सह-प्रवर्तित किया है। संस्थान का सहयोग अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी संस्थाओं से भी है।
शैक्षणिक विस्तार के उद्देश्य से, आर.जी.आई.पी.टी. ने दो और केंद्र स्थापित किए हैं:
• असम ऊर्जा संस्थान (AEI), शिवसागर – जिसकी स्थापना वर्ष 2017 में हुई और जो डिप्लोमा, इंटीग्रेटेड डिग्री, डॉक्टरेट एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर केंद्रित है।
• एनर्जी इंस्टीट्यूट बेंगलुरु (EIB) – जिसकी स्थापना वर्ष 2018 में हुई और जो इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक, टेक्नोलॉजी कमर्शियलाइज़ेशन, परामर्श, उद्यमिता संवर्धन एवं ऊर्जा क्षेत्र अनुसंधान पर केंद्रित है। यहां एम.टेक और पीएच.डी. कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।