लखनऊ: दो साल से लापता बच्चा मिला, माता-पिता की हो चुकी है मौत
लखनऊ: डॉन बास्को अनाथालय से दो साल पहले लापता हुआ बच्चा आखिरकार मोहनलालगंज पुलिस ने खोज निकाला। बच्चे की मानसिक और शारीरिक स्थिति देखते हुए पुलिस लगातार उसकी काउंसलिंग कर रही है।
बच्चे के मिलने की खबर सुनकर रिश्तेदारों और अनाथालय के फादर ने पुलिस का आभार जताया। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि उन्नाव निवासी 11 वर्षीय इस बच्चे के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है।
कैसे लापता हुआ था बच्चा?
कोर्ट के निर्देश पर बच्चे को मोहनलालगंज स्थित डॉन बास्को अनाथालय भेजा गया था, जहां से उसका दाखिला फुलवरिया स्थित जीएस पब्लिक स्कूल में कक्षा 3 में कराया गया।
5 मई 2023 को बच्चा स्कूल ड्रेस में निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा।
7 मई को फादर विमल केरकेट्टा ने मोहनलालगंज कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई।
पुलिस ने पहले भी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
दोबारा खुली फाइल, पुलिस ने अपनाई नई रणनीति
एसीपी रजनीश वर्मा ने जब लापता बच्चों की फाइल दोबारा देखी, तो इस बच्चे का मामला उनके संज्ञान में आया।
उपनिरीक्षक चंद्रबहादुर यादव ने दोबारा जांच शुरू की और लखनऊ समेत आसपास के जिलों में पंपलेट और पोस्टर लगवाए।
बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ट्रक और अन्य वाहनों पर भी पोस्टर चस्पा किए गए।
आखिरकार पुलिस की मेहनत रंग लाई।
उन्नाव रेलवे स्टेशन के पास एक ठेले वाले ने बच्चे की फोटो देख पुलिस को सूचना दी।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को सुरक्षित बरामद किया।
दो साल में नशे का आदी हो चुका बच्चा
पुलिस जांच में सामने आया कि गुमशुदगी के इन दो सालों में बच्चा नशे का आदी हो चुका है।
कानपुर में कूड़ा बीनकर और छोटे-मोटे काम कर नशा करता था।
उन्नाव में जिसने पुलिस को सूचना दी, उसने बताया कि बच्चे ने उससे कुछ रुपये मांगे थे और शराब पीने की बात कही थी।
अब आगे क्या?
बच्चे की मेडिकल जांच कराई जा रही है।
पुलिस उसकी काउंसलिंग कर रही है ताकि उसे नशे से बाहर निकाला जा सके।
उसे दोबारा अनाथालय भेजने और पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है।
पुलिस की इस सफलता से न सिर्फ अनाथालय बल्कि पूरे इलाके में खुशी का माहौल है।