MP-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में खिला कमल, मुरझाए गहलोत-कमलनाथ और बघेल के चेहरे, स्वीकारी हार
नई दिल्ली. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के तमाम दावे धरे के धरे रह गए हैं। तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस को मिली हार पर जिम्मेदारियों का दौर भी शुरू हो गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हार को स्वीकारते हुए भाजपा को जीत की बधाई दी है।
अशोक गहलोत ने कहा, “राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे।” उन्होंने कहा, “मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं। मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें। OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं। मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास किया।”
वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और छिंदवाड़ा से उम्मीदवार कमलनाथ ने कहा, “चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश की जनता का फैसला मुझे स्वीकार है। हमें विपक्ष में बैठने की जिम्मेदारी दी गई है और हम अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। मध्य प्रदेश के सामने अभी सबसे बड़ा सवाल यही है कि मध्य प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो, हमारे किसानों को खुशहाली मिले।”
उन्होंने कहा, “मैं भारतीय जनता पार्टी को बधाई देता हूं। मुझे आशा है कि जनता ने उनके ऊपर जो विश्वास दिखाया है, वे उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। आप सबको याद होगा कि मैंने कभी सीटों की घोषणा नहीं की। मैंने हमेशा यही कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के मतदाता पर विश्वास है और आज भी मैं यही कहूंगा कि मुझे मध्य प्रदेश के मतदाता पर विश्वास है। मैं सभी हारे हुए प्रत्याशी और जीते हुए विधायकों के साथ इस बात की समीक्षा करूंगा कि आखिर वह क्या वजह रही जो हम अपनी बात मध्य प्रदेश के मतदाता को समझा नहीं सके।”
चुनाव आयोग के मुताबिक मध्य प्रदेश में भाजपा ने 109 सीटों पर जीत ली है और 57 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 56 सीटों पर कब्ज़ा कर लिया है और 41 पर आगे चल रही है। वहीं, राजस्थान में भाजपा के 73 उम्मीदवार जीत गए हैं और 43 पर आगे चल रहे हैं। भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन सीट से जीत गई हैं। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के कई मंत्री विधानसभा चुनाव में हार की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और 25 मंत्री, कांग्रेस के 24 विधायक और रालोद के एक विधायक मैदान में थे।