लखनऊ में नेहरू मंजिल सील, ED ने की बड़ी कार्रवाई, कांग्रेस ने जताया विरोध
लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लखनऊ के कैसरबाग स्थित नेहरू मंजिल को नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत सील कर दिया है। यह इमारत कैसरबाग के विशेश्वर नाथ रोड पर स्थित है, और यहां पहले नेशनल हेराल्ड अखबार का कार्यालय हुआ करता था।
नेहरू मंजिल का इतिहास और कार्रवाई का विवरण
नेहरू मंजिल करीब 200 साल पुरानी बताई जाती है और इसे नेशनल हेराल्ड के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। 9 अप्रैल 2025 को प्रवर्तन निदेशालय ने PMLA की धारा 5(1) के तहत इस संपत्ति पर नोटिस चस्पा किया, जिसमें यह कहा गया कि यह संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की गई है। इसके बाद, 11 अप्रैल को इमारत को अटैच कर ताला लगा दिया गया।
संपत्ति का मूल्य और क्षेत्रफल
जानकारों के मुताबिक, इस संपत्ति का बाजार मूल्य 130 करोड़ रुपये से अधिक है, और इसका क्षेत्रफल लगभग 40,000 वर्ग फीट है।
कांग्रेस का विरोध, कार्रवाई को “गीदड़ भभकी” करार
प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई से पहले, ED ने लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय से भी नेशनल हेराल्ड संपत्तियों से संबंधित जानकारी एकत्र की थी। इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने तीव्र विरोध जताते हुए इसे “गीदड़ भभकी” करार दिया है।