अब 1 KM से दूरी वाले, 50 से ज्यादा छात्रों वाले स्कूल का नहीं होगा विलय, योगी सरकार का बड़ा फैसला
लखनऊ: यूपी में स्कूलों के विलय पर योगी सरकार का बड़ा फैसला आया है। अब एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले तथा 50 की संख्या से अधिक बच्चों वाले स्कूलों का विलय नहीं होगा। अगर इन दोनों मानकों के विपरीत किसी स्कूल की पेयरिंग हो चुकी है तो वह पेयरिंग समाप्त किया जाएगा। यह प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर पूरी की जाएगी। योगी सरकार के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है।
मंत्री संदीप सिंह ने दावा किया है कि 2017 के बाद प्रदेश की प्राइमरी शिक्षा में काफी सुधार आया है। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 से पूर्व प्रदेश में बेसिक शिक्षा की हालत बहुत खराब थी जिसमें अब बड़े स्तर पर सुधार किया गया है। उन्होंने विरोधी दलों पर स्कूल पेयरिंग के नाम पर भ्रांतियां व अफवाह फैलाने का भी आरोप लगाया और कहा कि शिक्षकों का एक भी पद समाप्त नहीं होगा। शिक्षकों के सभी स्वीकृत पद किसी कीमत पर समाप्त नहीं होंगे। हम हर बच्चे को क्वालिटी एजुकेशन देना चाहते हैं। प्रदेश का एक भी स्कूल बंद नहीं होंगे। भविष्य में छात्र अधिक होने पर इन स्कूलों का उपयोग होगा। खाली स्कूलों में प्री प्राइमरी एजुकेशन के लिए बाल वाटिका का संचालन होगा।


बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अनुपालन किया जा रहा है। बीते 8 वर्षो में बेसिक शिक्षा में ज़मीन आसमान का अंतर आया है। 2017 से पहले सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधा तक नहीं थी। अभिभावक अपने बच्चे को सरकारी स्कूल भेजने से घबराते थे। जबकि मौजूदा वर्ष में ही 27.53 लाख नये बच्चो का नामांकन हुआ।
स्कूल मर्जर का निर्णय छात्र और प्रदेश हित में: मंत्री
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों के समायोजन की भी प्रक्रिया को पूर्ण किया गया है। 20182 शिक्षकों की सहमति से समायोजन किया गया है। पेयरिंग को लेकर यदि किसी माता-पिता या अभिभावक को कोई समस्या है अथवा असुविधा हो रही है तो वे अपने जिले में बीएसए ऑफिस में इसके लिए बनी विशेष सेल में अपनी समस्याओ को दर्ज कर सकते हैं। अगले 1 सप्ताह के भीतर उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा। कहा कि स्कूल मर्जर का निर्णय छात्र और प्रदेश हित में है। प्रदेश में नई शिक्षकों की भर्ती नहीं रुकेगी। जल्द ही तय छात्र-शिक्षक अनुपात को पूरा करने के लिए आवश्यक शिक्षक भर्ती भी करेंगें।
